दोनों देशों के बीच हुए राजनयिक पहुंच करार के अनुरूप उठाया कदम
बयान में कहा गया कि यह कदम 21 मई 2008 को पाकिस्तान और भारत के बीच हुए राजनयिक पहुंच करार के अनुरूप है। आपको बता दें कि इस करार के तहत दोनों देश साल में दो बार, एक जनवरी और एक जुलाई को एक-दूसरे को अपने-अपने देशों के कैदियों की सूची सौंपते हैं।
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परमाणु संस्थानों की सूची भारतीय प्रतिनिधि को सौंपी
पाकिस्तान ने बीते साल अप्रैल में सद्भावना के तहत 55 भारतीय मछुआरों और पांच अन्य नागरिकों को रिहा किया था। इन्हें कराची के मालिर जेल से रिहा किया गया था। बयान में यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु संस्थानों की सूची भारतीय प्रतिनिधि को इस्लामाबाद में सौंपी जबकि भारत ने अपने संस्थानों की सूची नई दिल्ली में पाकिस्तानी प्रतिनिधि को सौंपी। परमाणु संस्थानों और संबंधित सुविधाओं पर हमले रोकने के लिए हुए करार के तहत दोनों देश एक-दूसरे को इन संस्थानों से जुड़ी सूची हर साल एक जनवरी को सौंपते हैं। यह करार दोनों देशों के बीच 31 दिसंबर 1988 में हुआ था।