
कोलंबो।श्रीलंका में ईस्टर संडे के दिन हुए आत्मघाती हमलों ने आतंक और आतंकवाद की एक नई बहस को जन्म दे दिया है। पूरी दुनिया के सामने आतंक का काला चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। हमले के तीन दिन बीतने के बाद अब इस घटना से संबंधित कई वीडियो फुटेज सामने आ रहे हैं। इन वीडियोज के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आतंकियों ने आम लोगों की तरह बर्ताव करते हुए एक बड़ी तबाही को अंजाम दिया। आपको बता दें कि इस हमले में करीब 310 लोगों की मौत हो गई है करीब 500 लोग अब भी घायल हैं।
आतंकी ने बच्ची के सिर पर हाथ फेरा और खुद को उड़ा लिया
श्रीलंका में हुए आत्मघाती हमले से जुड़े जो सीसीटीवी फुटेज सामने आ रहे हैं उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि आतंकियों ने हमले से पहले बेहद सामान्य व्यवहार किया। शायद इसीलिए वो किसी के संदेह में नहीं आए। एक वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि एक हमलावर चर्च में विस्फोट करने से पहले एक बच्ची के सिर पर हाथ फेरता है। मंगलवार को सामने आए इस फुटेज में दाढ़ी रखे एक शख्स काला बैग लिए चर्च के अंदर घुसता है। वहां वह एक बच्ची के सिर पर हाथ फेरता है और उसके बाद वह खुद को उड़ा लेता है। यह घटना श्रीलंका के नेगोंबो में स्थित सेबेस्टियन कैथोलिक चर्च के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।
धमाकों के बाद कैसा है श्रीलंका का हाल
रविवार को हुए धमाकों के बाद मंगलवार को आतंकी संगठन IS ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ले ली। इसके पहले भी इस बात का अंदेशा जाहिर किया जा रहा था कि बिना किसी विदेशी या बड़े संगठन की मदद के ऐसे हमले करना असंभव है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने मंगलवार को कहा कि वैसे तो उन्हें खुफिया चेतावनी मिल गई थी लेकिन इसके बाद भी उस पर अमल नहीं किया जा सका क्योंकि उसके लिए पर्याप्त समय नहीं मिला। हालांकि पहले श्रीलंका के उप रक्षा मंत्री ने कहा था कि ये हमले न्यूजीलैंड के मस्जिदों पर हुए हमले का प्रतिकार हो सकते हैं लेकिन बाद में पीएम विक्रमसिंघे ने इस बात को ख़ारिज किया और कहा कि अभी इस बात को साबित करने का कोई पुख्ता सबुत नहीं है। रक्षा सचिव हेमसिरी फर्नाडो ने कहा कि हमले की साजिश की जांच शुरू कर दी गई है। इंटरपोल के भी मदद ली जा रही है।
जारी है पूछताछ का दौर
श्रीलंका में कई लोगों के इस हमले के बारे में पूछताछ की जा रही है। उधर श्रीलंका में हुए इस हादसे के बाद मुस्लिम समुदाय एक बार फिर निशाने पर है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सरकार द्वारा बुर्का पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि इस हमले में बड़ी संख्या में महिलाओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि सीसीटीवी फुटेज में कई बुर्कानशीं महिलाओं को विस्फोट वाली जगहों के आसपास देखा जा सकता है। उधर श्रीलंका के राष्ट्रपति ने भी कहा है कि वह अगले 24 घंटे के भीतर देश की सुरक्षा के लिए जबावदेह शीर्ष पदों पर बदलाव करेंगे। अब देखना होगा कि आगे आने वाले समय में श्रीलंका में क्या बदलाव होते हैं। फिलहाल आईएस के इन हमलों ने पहले से ही कई तरह की समस्यायों में उलझे इस महासागरीय देश को एक नई मुश्किल में धकेल दिया है।
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Updated on:
24 Apr 2019 01:40 pm
Published on:
24 Apr 2019 10:21 am
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