
एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने मिटाए सबूत, बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वाह भेज दी गईं आतंकियों की लाशें
लाहौर। भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की बहानेबाजी लगातार जारी है। इस हमले में जैश ए मुहम्मद के करीब 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है। उधर पाकिस्तान, बालाकोट में आतंकी कैंपों पर भारतीय वायु सेना के हवाई हमले की खबरों के बाद किसी तरह यह साबित करने में लगा है कि वहां कोई नुक्सान नहीं हुआ है। एक ताजे खुलासे में यह बात सामने आई है कि पाकिस्तान, भारत की एयर स्ट्राइक के बाद मारे गई आतंकियों की लाशें बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वाह मुख्यालय ले गया। पाकिस्तान ने ऐसा इसलिए किया ताकि दुनिया को पता ही न चले कि उस रात बालाकोट में क्या हुआ था। अब भी पाकिस्तान इस बारे में लगातार झूठ बोल रहा है। असल में एयर-स्ट्राइक एक वास्तविकता है, जिसको लेकर पाकिस्तान के आम जन में कोई विवाद नहीं है। लेकिन वहां की सरकार इसे केवल कहानी बताकर खारिज करती आई है। एक बार फिर पाकिस्तान को बालाकोट हवाई हमलों के बारे में झूठ फैलाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।
सामने आया पाकिस्तान का झूठ
भारत में इस समय विपक्षी दल भाजपा पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। विपक्ष के कई नेता द्वारा बिना किसी पुष्टि के हताहतों की संख्या के बारे में दावे पर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच नई दिल्ली की चुप्पी इस मामले में कई दूसरे सवालों को जन्म दे रही है। गिलगिट के एक कार्यकर्ता का दावा है कि भारत के हमले के बाद आतंकियों की लाशें पाकिस्तान के बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वा भेज दी गईं। कुछ लाशें पाकिस्तान के कबायली इलाकों में भी भेजी गईं। खैबर पख्तूनख्वा की उर्दू मीडिया में ऐसी कई लाशें आने की खबरें छप रही हैं। गिलगित के रहने वाले एक कश्मीरी कार्यकर्ता सेरिंग ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुझे यकीन नहीं है कि यह कितना प्रामाणिक है, लेकिन पाकिस्तान निश्चित रूप से बालकोट में हुई कुछ महत्वपूर्ण चीजों को छिपा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया को साइट का निरीक्षण करने और वहां नुकसान का आकलन करने की अनुमति नहीं दी गई है।" पाकिस्तान दावा कर रहा है कि केवल वन क्षेत्र और कुछ खेतों को नुकसान पहुंचा, लेकिन असल सवाल यही है कि अगर पाकिस्तान को कोई नुकसान नहीं हुआ है तो इतने लंबे समय के लिए इस क्षेत्र में किसी को न घुसने देने का क्या कारण है ?
बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वाह भेज दी गईं आतंकियों की लाशें
पाकिस्तान की उर्दू मीडिया में कुछ शवों के बालाकोट से खैबर पख्तूनख्वा में ले जाने की खबरें आई हैं। हमले के कुछ दिन बाद आदिवासी इलाके में भी कई शव भेजे गए हैं। दावा किया जा रहा है कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि जहां-तहां कई मुर्दे दफ़न किए गए हैं। पाकिस्तान में सरकार का झूठ खुल चुका है और लोग इस बात का विश्वास करने लगे हैं कि भारतीय वायु सेना द्वारा की गई बालाकोट स्ट्राइक सफल रही। बालाकोट हवाई हमले के एक दिन बाद पाकिस्तानी वायु सेना ने जम्मू क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र में घुसकर प्रतिक्रिया व्यक्त की, लेकिन भारतीय वायु सेना द्वारा पीछा किये जाने के बाद वह भाग खड़े हुए। 8 मार्च को इमरान खान ने कहा कि किसी भी आतंकवादी समूह को पाकिस्तानी जमीन से काम करने और भारत में हमले करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।पाकिस्तान ने इस्लामी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई की घोषणा की। लेकिन पाकिस्तान असल में हर बार की तरह इस बार भी दिखावा कर रहा है। भारत में हर नई आतंकी वारदात के बाद पाकिस्तान दुनिया को दिखाने के लिए कुछ दिन शांत रहता है। उसके बाद आतंकी हमले फिर से शुरू हो जाते हैं।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर.
Updated on:
13 Mar 2019 02:34 pm
Published on:
13 Mar 2019 12:16 pm
बड़ी खबरें
View Allएशिया
विदेश
ट्रेंडिंग
