11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चीन ने जांच में फिर अटकाया रोड़ा, कोरोना उत्पत्ति की जांच के लिए जाने वाली WHO की टीम को जाने से रोका

चीन के चमगादड़ों से कोरोना संक्रमण इंसानों में आया, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हुई है। संक्रमण, कहां से और कैसे फैला इसका पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की टीम चीन में चमगादड़ों की गुफाओं और पशुपालन के लिए बने फार्मों की जांच करना चाहती है लेकिन ड्रैगन ने इस प्रस्ताव को हर बार की तरह खारिज कर दिया है। इसके बाद कोरोना महामारी फैलने के मुद्दे पर एक बार फिर से उसकी भूमिका संदिग्ध दिख रही है।  

2 min read
Google source verification

image

Ashutosh Pathak

Oct 13, 2021

china.jpeg

नई दिल्ली।

कोरोना महामारी के लिए वैक्सीन दुनियाभर में सभी देशों को मिल गई है। साथ ही, दवाओं पर भी शोध जारी है, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल सका कि आखिर यह वायरस इंसानों में आया कैसे।

हालांकि, अनुमान यह है कि चीन के चमगादड़ों से कोरोना संक्रमण इंसानों में आया, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हुई है। संक्रमण, कहां से और कैसे फैला इसका पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की टीम चीन में चमगादड़ों की गुफाओं और पशुपालन के लिए बने फार्मों की जांच करना चाहती है लेकिन ड्रैगन ने इस प्रस्ताव को हर बार की तरह खारिज कर दिया है। इसके बाद कोरोना महामारी फैलने के मुद्दे पर एक बार फिर से उसकी भूमिका संदिग्ध दिख रही है।

यह भी पढ़ें:- UNSC में भारत ने कहा- हम हिंदू, सिख, बौद्ध समेत कई और धर्म विरोधी आतंक को पहचानने में विफल रहे

वहीं, मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोरोना महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ ने चीन में इन्शी नाम की जगह का दौरा करने का प्रस्ताव दिया था। यह जगह वुहान से छह घंटे की दूरी पर है, जिसे कोरोना महामारी का एपिकसेंटर माना जाता है। लेकिन चीन ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब चीन ने कोरोना उत्पत्ति के लिए प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय जांचों में रोड़ा अटकाया हो। इसी साल विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम चीन में जांच के लिए पहुंची थी लेकिन उस दौरान भी टीम के सदस्यों की गतिविधियों को सीमित रखा गया था। आखिर में टीम ने निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए और अधिक जांच की जरूरत बताई थी।

यह भी पढ़ें:- WHO का दावा: चीन की वैक्सीन कारगर नहीं, दो के बाद तीसरी डोज भी लगवाने को कहा

इसके बाद, बीते अगस्त माह में अमरीकी खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रपति जो बिडेन को बताया था कि कोरोना वायरस को बायोलॉजिकल हथियार नहीं था बल्कि संभवतः यह लैब से लीक हुआ या फिर नेचुरल ट्रांसमिशन था। हालांकि, चीन लगातार इस दावे को खारिज करता रहा है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति उसके देश में हुई।

वुहान के एनिमल फार्म उस समय चर्चा में आए, जब यहां से जानवरों को कानून के खिलाफ जाकर वुहान के बाजार ले जाकर बेचा जा रहा था।