1. वाणी पर संयम रखें
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। आपकी कठोर वाणी आपके मित्रों। और प्रियजनों को भी आपका शत्रु बना सकती है। इसी बात का फायदा आपके शत्रु उठाते हैं। इसलिए अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखने से आपके आसपास के सभी लोग आपको पसंद करते हैं।
2. नशे से रहें कोसों दूर
नशे की लत व्यक्ति को तबाह कर देती है। जिस व्यक्ति को नशे की लत होती है उसे उसके दुश्मन बड़ी आसानी से हरा सकते हैं। क्योंकि नशे में चूर व्यक्ति अपनी सोचने समझने की शक्ति खो बैठता है और सही फैसले नहीं ले पाता। इसलिए कभी किसी चीज को अपनी लत न बनाएं।
3. बुरी संगत में पड़ने से बचें
आचार्य चाणक्य के अनुसार बुरी संगत में पड़ने से सही इंसान भी अपने जीवन में परेशानियों को बढ़ा लेता है। इसलिए जहां भी आप रहते या काम करते हैं वहां अपने आसपास के लोगों पर ध्यान देना चाहिए। अपने करीब योग्य और अच्छे लोगों को ही रखने में भलाई है। आपकी दोस्ती यदि बुरे लोगों से होती है तो इस बात का पता लगते ही आपके शत्रु आपको नुकसान पहुंचाने से चूकते नहीं हैं।
4. दुश्मन की ताकत का अंदाजा हो
चाणक्य नीति के मुताबिक जो व्यक्ति अपने अपने दुश्मन की ताकत को नहीं पहचानता उसे बड़ी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। अगर आप अपने शत्रु को हराना चाहते हैं तो आपको अपने शत्रु की ताकत का पता होना जरूरी है ताकि आप उसकी रणनीति को भी पहचान सकें।