24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बस पूजा करते वक्त ले लें ये 3 नाम, ऊपरी बाधा का नहीं होगा असर, दुश्मन भी टेक देगा घुटने

अगर आन पड़ी हैं कोई अनचाही बाधा या आपके दुश्मन ने कर रखा है आपका जीना दुश्वार तो मंगलवार और शनिवार को दीपक जलाकर करें इन मंत्रों का जाप। हो जाएंगी आपकी हर मनोकामना पूरी.....

2 min read
Google source verification
hanuman_ji-1.jpg

हिंदू धर्म में हनुमान की भक्ति में लोगों को पूर्ण विश्वास है। अगर आप भी हनुमान जी के सच्चे भक्त हैं और कोई विपदा आई है या कोई दुश्मन तुम्हें परेशान कर रहा है तो आप हनुमान के जी के इस मंत्र का जाप करें। आपका दुश्मन आपके सामने घुटने टेक देगा। हनुमान जी, भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार, सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं। रामायण के अनुसार वे जानकी के अत्यधिक प्रिय थे।

मंत्रों से सिद्ध होते हैं सारे काम
कहते हैं मंत्रों में बहुत सारी शक्तियां होती हैं, जिनके बल पर हर काम को सिद्ध किया जा सकता है। पवनपुत्र हनुमान अष्ट सिद्धि और नव निधियों के दाता हैं। वह नामुमकिन को भी मुमकिन करने की शक्ति रखते हैं। यदि आपकी कुंडली में नवग्रहों से संबंधित कोई भी दोष है या शत्रुओं से परेशान चल रहे हैं तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का एक माला जाप करें। हनुमान जी आपकी हर मनोकामना को पूरा कर देंगे।

रामबाण सिद्ध होगा चौपाई का जाप करना
हनुमान जी, श्री राम के हर कार्य में सहायक रहे हैं। चाहे फिर लंका पर विजय पाना हो या कुछ और। अगर आप भी अपने शत्रुओं पर विजय पाना चाहते हों या किसी तरह के संकट से छुटकारा पाना चाहते हो तो हनुमान जी की चौपाई का जाप करें और यह आपके के लिए राम बाण साबित होगी। इसका वार कभी खाली नहीं जाता। चौपाई—'संकट ते हनुमान छुड़ावै, मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।'

ऐसे करें चौपाई का जाप
हनुमान जी के मंदिर जाएं, संभव न हो तो घर पर ही हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठकर सबसे पहले शुद्ध देसी घी में सिंदूर मिलाकर तिलक लगाएं। गुलाब की फूलों की माला पहनाएं। मीठे पान का भोग लगाएं। सरसों के तेल का दीपक जलाने के बाद इस चौपाई का जाप करें। इस चौपाई का जाप प्रतिदिन नहीं कर सकते तो कम से कम मंगलवार और शनिवार को तो अवश्य करें। क्योंकि इसके जाप से कोई भी ऊपरी बाधा अपना प्रभाव नहीं दिखा पाती। शनि—मंगल से संबंधित सभी दोष शांत होते हैं।