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Solar and Lunar Eclipse october 2022 Effect : दशहरे में हुई बारिश के बाद लगातार 2 प्रमुख पर्वों पर ही दो ग्रहण (Eclipse October 2022) का 15 दिन के अंदर होना विश्व के लिए अशुभ संकेत देता दिख रहा है। मान्यता के अनुसार द्वापर युग में महाभारत के युद्ध से पहले भी 15 दिन में दो ग्रहण (Eclipse October 2022) लगे थे। जिसके बाद उस काल में महायुद्ध हुआ जिसमें लाखों लोग काल के ग्रास बन गए। ऐसे में इस बार भी ग्रहणों (Effect of solar and lunar eclipse) का इतनी जल्द लगना और वो भी त्यौहारों पर यह स्थिति कोई शुभ संकेत (Effect of solar and lunar eclipse 2022) देती तो नहीं दिख रही है।
यह कहना है ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा, पंडित एसके उपाध्याय, पंडित एके शुक्ला और डीके शास्त्री का, दरअसल लगातार लग रहे ग्रहणों (Eclipse October 2022) और आने वाले समय के संबंध में जब इनसे चर्चा की गई तो इन सभी का मानना था कि दशहरे पर बारिश का आना ही अपने आप में एक अशुभ संकेत था, वहीं इसके बाद लगातार दो प्रमुख त्यौहारों में 15 दिन के अंदर ही ग्रहण (Effect of solar and lunar eclipse 2022) का लगना आने वाली किसी बड़ी विपदा का संकेत मानी जा सकती है।
इन दोनों ग्रहणों (Effect of solar and lunar eclipse 2022) में खास बात ये भी है कि दोनों ही मंगलवार को लग रहे हैं, यहां ये जान लें कि मंगल भूमि का द्योतक है। ऐसे में यह ग्रहण भूमि विस्तार या भूमि से जुड़े किसी मतभेद को पैदा कर देश दुनिया में तनाव की बढ़ौतरी करते हुए व युद्ध का विस्तार करते दिख रहे हैं। इसके अलावा इनका मुख्य असर उन्हीं क्षेत्रों में खास तौर से देखने को मिलेगा जिन क्षेत्रों में यह ग्रहण दिखाई देंगे।
ज्योतिष के इन जानकारों का मानना है कि इसका असर केवल भारत पर ही नहीं बल्कि पूरे विश्व पर पड़ेगा। कारण ये है कि जहां एक ओर मंगलवार, 25 अक्टूबर का सूर्यग्रहण (Solar Eclipse 2022) यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा उत्तर हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा।
वहीं मंगलवार, 8 नवंबर 2022 का चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2022) भारत समेत उत्तर/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका में देखने को मिलेगा। ऐसे में इन क्षेत्रों में कई जगह देशों के बीच तनाव बढ़ने के अलावा कुछ जगह युद्ध में तेजी आने जैसे भी संकेत है। जिसके चलते दुनिया विश्वयुद्ध की ओर बढ़ती दिखेगी।
यह ग्रहण मानवता के समक्ष घोर संकट उत्पन्न कर सकते है। वहीं दूसरी ओर इनके इस प्रभाव से अगले 7 से 9 माह में विश्व में अभाव, भुखमरी के फैलने की संभावना है, वहीं इस दौरान लोगों के गहन शारीरिक-मानसिक तनाव से त्रस्त होने का भी अंदेशा है।
ऐसी स्थिति जानकारों का मानना है वेदों में महाविनाश और अनिष्ट टालने के लिए कुछ अचूक मंत्र और यज्ञों के विधान हैं। जिनकी मदद से विश्व को बचाया जा सकता है।
भारत में सूर्यग्रहण (Solar Eclipse 2022) की स्थिति...
सूर्य ग्रहण प्रारंभ- 16:29:10 बजे से
सूर्य ग्रहण समाप्त- 17:42:01 बजे तक
मुख्य ग्रहण का समय- 17:42:43 बजे
सूर्य कितना ढकेगा- 36.2%
ग्रहण का प्रकार- आंशिक सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2022) के समय इस मंत्र का करें जाप : "ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात"।।
सूर्य ग्रहण ( Surya grahan) का राशियों पर प्रभाव:
इस वर्ष तुला राशि पर सूर्यग्रहण है। विभिन्न राशियों पर प्रभाव इस प्रकार होंगे। मेष राशि: स्त्री पीड़ा, वृष: सौख्य, मिथुन: चिन्ता, कर्क: व्यथा, सिंह: श्रीप्राप्ति, कन्या: क्षति, तुला: घात, वृश्चिक: हानि , धनु: लाभ, मकर: सुख, कुम्भ: माननाश, मीन: मृत्यतुल्य कष्ट।
कब लगेगा सूतक ( Surya grahan sutak time )
इस बार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है। सूर्य ग्रहण शाम 4:42 बजे से 5:42 बजे तक रहेगा। इससे 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा। यानी 24 अक्टूबर से ही सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा। सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं।
चंद्रग्रहण (Chandra Grahan-Lunar Eclipse 2022) मंगलवार, 8 नवंबर 2022: भारत के समय के अनुसार 8 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक लगेगा।
चंद्र ग्रहण प्रारंभ- 17:28 बजे से
चंद्र ग्रहण समाप्त- 19:26 बजे तक
ग्रहण का प्रकार- पूर्ण चंद्र ग्रहण
चंद्रग्रहण (Chandra Grahan-Lunar Eclipse 2022) के समय इस मंत्र का करें जाप : “ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चन्द्रः प्रचोदयात्”।।
चंद्र ग्रहण का सूतक ( Chandra Grahan-Lunar Eclipse 2022 Sutak time ) : चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पहले लग जाता है। ऐसे में सूतक लगने से पहले ही देव दीपावली मनाई जाएगी।
चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) का राशियों पर प्रभाव : चंद्र ग्रहण के शुभ प्रभाव की बात करे तो मेष,सिंह,धनु,तुला और कुंभ राशि को अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। जानें कुछ उपाय...
1. मेष राशि- इस ग्रहण के बाद आपके लिए चावल का दान करना शुभ रहेगा।
2. वृषभ राशि- चंद्र ग्रहण की समाप्ति के फौरन बाद आप दूध और दही का दान करें।
3. मिथुन राशि - चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए ग्रहण के बाद स्नान करें और गाय को हरा चारा खिलाएं।
4. कर्क राशि- ग्रहण के बाद गरीबों का भोजन कराएं और कुछ पैसे दान करें।
5. सिंह राशि- जिन जातकों की राशि सिंह है वे ग्रहण के बाद शक्कर का दान करें।
6. कन्या राशि- आप वैशाख पूर्णिमा पर ग्रहण के बाद विशेष रूप के चावल का दान करें।
7. तुला राशि- आपके लिए इस चंद्र ग्रहण के बाद चांदी का दान करना शुभफल दायक रहेगा।
8. वृश्चिक राशि- मिठाई का दान करें।
9. धनु राशि- इस चंद्र ग्रहण के बाद धनु राशि के जातक पुरोहितों का अन्न और कुछ पैसों का दान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
10. मकर राशि- आपके के लिए पूर्णिमा के बाद तिल का दान करना उचित रहेगा।
11. कुंभ राशि- चंद्र ग्रहण के बाद कुंभ राशि के जातक पशु-पक्षियों का पानी और दाना डालें।
12. मीन राशि- इस ग्रहण के बाद स्नान करें और अपने इष्टदेव की पूजा करने के बाद चीटिओं का आटा खिलाएं।
Updated on:
24 Oct 2022 12:57 pm
Published on:
21 Oct 2022 01:29 pm
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