
Guru in Kundli, Ashubh hone ke lakshan, guru ko mazboot karne ke upay: ज्योतिष शास्त्र में न केवल ग्रहों के बारे में बताया गया है, बल्कि उनकी गणना के आधार पर जीवन पर पडऩे वाले प्रभाव के बारे में भी बताया गया है। ग्रह यदि शुभ हों, तो व्यक्ति को मान, सम्मान, धन, वैभव, ऐश्वर्य, उच्च पद जैसे सुख और सुविधाएं देते हैं वहीं यदि ये अशुभ हों तो व्यक्ति को किस्मत का मारा बना देते हैं। पत्रिका.कॉम के इस लेख में हम बात कर रहे हैं कुंडली में गुरु की स्थिति पर। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर अभिमन्यु डब्बावाला के मुताबिक नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक ग्रह माना गया है। यह वित्त और कोष, कानून, धर्म, ज्ञान, मंत्र, ब्राह्मण और संस्कारों को नियंत्रित करता है। पांचों तत्वों में आकाश तत्व का अधिपति होता है। इसीलिए इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक होता है। महिलाओं के जीवन में विवाह की सम्पूर्ण जिम्मेदारी बृहस्पति से ही तय होती है। इस लेख में जानें आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति कैसी है शुभ या अशुभ...
बृहस्पति अशुभ हो तो दिखते हैं ये लक्षण
- बृहस्पति अशुभ फल देने वाले हों, तो विद्या और धन प्राप्ति में बाधा आती है।
- बृहस्पति के अशुभ होने के कारण व्यक्ति को बड़ों का सहयोग पाने में मुश्किलें आती हैं।
- बृहस्पति कमजोर होने से व्यक्ति के संस्कार कमजोर होते हैं।
- कुंडली में बृहस्पति अशुभ हो तो, व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर होता है। उसे कैंसर और लीवर की सारी गंभीर समस्याएं होती हैं।
- बृहस्पति के अशुभ या कमजोर होने पर व्यक्ति को संतान पक्ष से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- बृहस्पति के कमजोर होने पर व्यक्ति सामान्यत: निम्न कर्म की ओर झुकाव रखता है।
- बृहस्पति की अशुभता के कारण व्यक्ति बड़ों का सम्मान नहीं करता।
बृहस्पति शुभ हो तो दिखते हैं ये लक्षण
- जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति शुभ होता है, वह व्यक्ति विद्वान और ज्ञानी होता है।
- बृहस्पति शुभ हो तो व्यक्ति अपार मान-सम्मान पाता है।
- यदि बृहस्पति केंद्र में हों और पाप प्रभावों से मुक्त हों तो व्यक्ति की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
- कभी-कभी बृहस्पति अहंकारी और भोजन प्रिय भी बना देता है।
- बृस्पति की शुभता के कारण व्यक्ति पर देवी मां की कृपा बनी रहती है। इसके कारण व्यक्ति जीवन में सभी मुश्किलों से बच जाता है।
- जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति शुभ हों या उच्च के हों तो ऐसे लोग आम तौर पर धर्म, कानून या कोष (बैंक) के कार्यों में सफल होते हैं।
बृहस्पति अशुभ हो तो करें ये उपाय
- बृहस्पतिवार का उपवास रखें। इस दिन नमक का सेवन न करें।
- घर के पिछले हिस्से में केले का पेड़ लगाएं और रोज उसे जल अर्पित करें।
- बृहस्पति के मन्त्रों का जाप करें
- प्रतिदिन प्रात: काल विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- घर के बुजुर्गों का सम्मान करें।
- अपने जीवन में रहने वाले हर व्यक्ति का सम्मान करें। खासतौर पर गुरु का सम्मान जरूर करें।
- फलदार वृक्ष लगाएं
- अगर बृहस्पति अशुभ हों तो, गले में माला और स्वर्ण धारण नहीं करना चाहिए।
अगर अशुभ बृहस्पति दे रहा हो मारक फल तो, करें ये उपाय
- प्रतिदिन जल में हल्दी मिलाकर उगते सूर्य को जल अर्पित करें।
- एक सोने या पीतल का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें।
- बरगद की जड़ को पीले धागे में लपेटें और गले में धारण करें।
- भोजन में हल्दी का प्रयोग जरूर करें।
- प्रतिदिन सूर्योदय के पहले गजेन्द्र मोक्ष का पाठ करें।
- गुरु का रंग पीला होता है, इसीलिए कोशिश करें कि अपने पास हर समय कोई एक पीला वस्त्र रखें। रुमाल भी रख सकते हैं।
- हर गुरुवार को पीले वस्त्र जरूर पहनें।
- गुरु को मनाने के लिए आप ब्रह्मा की उपासना भी कर सकते हैं।
- नाभि पर केसर का तिलक लगाएं।
Updated on:
04 Apr 2023 03:29 pm
Published on:
04 Apr 2023 03:28 pm
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