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प्रेग्नेंसी के समय महिला के ये काम बच्चे की कुंडली में नवग्रह को करेंगे मजबूत, जन्म के बाद मिलेंगे संसार के सारे सुख

ग्रहों का मनुष्य से गहरा संबंध है। इसी के चलते ग्रहों के हर बदलाव का इंसान के जीवन पर गहरा असर पड़ता है, इसी प्रकार मनुष्य के क्रियाकलाप और उपाय से ग्रह भी प्रभावित होते हैं, तभी ग्रहों के उपाय से जीवन में बदलाव आता है। इस दृष्टि से प्रेग्नेंट महिलाएं (Jyotis Tips During pregnancy) यदि अपनी गतिविधियों में कुछ बदलाव कर लें तो गर्भ में पल रहे बच्चे के नवग्रह भी मजबूत (navgrah in child Kundali) हो सकते हैं। यदि आप अपने बच्चे को सारे सुख देना चाहते हैं तो प्रेग्नेंसी के समय आपको यह ज्योतिषीय उपाय जरूर करना चाहिए..

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Pravin Pandey

Mar 26, 2023

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jyotis tips during pregnancy

पहला महीना करें शुक्र ग्रह के नामः ज्योतिष के अनुसार प्रेग्नेंसी का पहला महीना शुक्र ग्रह के प्रभाव में होता है। शुक्र ग्रह के समय आप सुंदर बनकर रहें, अपने प्रसाधन पर ध्यान दें। मेकअप आदि नियमित करें। इस महीने में बादामी रंग के कपड़े पहनें, हो सके तो सफेद वस्त्रों का दान करें। शुक्र सुख समृद्धि और सौंदर्य के कारक हैं, आपकी इन गतिविधियों से बच्चे की कुंडली में शुक्र मजबूत होंगे। इससे उसे सुख-समृद्धि और सौंदर्य प्राप्त होगा।


दूसरा महीना मंगल के लिएः प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने पर मंगल ग्रह का अधिक प्रभाव रहता है। इसलिए इस महीने में ज्यादा-से-ज्यादा लाल रंग के कपड़े पहनें। संभव हो तो लाल कपड़ा दान करें। मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए हनुमानजी की पूजा विशेष फलदायी है। अपने हाथ में लाल रंग का धागा पहनें। सुबह उठने के बाद सबसे पहले कोई लाल फल या लाल मिठाई खाएं।


बृहस्पति हैं तीसरे महीने के देवः गर्भावस्था का तीसरा महीना ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति के नाम है। इस पूरे महीने में पीले कपड़े ज्यादा पहनने चाहिए। इसके अलावा बच्चे की कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए बृहस्पतिवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें। रोज भगवान विष्णु की पूजा भी फलदायी है, हाथ में पीला धागा जरूर बांधे। सुबह उठकर पीला भोजन करें। पीले कपड़ों का दान करें।


चौथे महीने करें भगवान भास्कर की पूजाः प्रेग्नेंसी के चौथे महीने महिला को सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। इसके अलावा सूर्य देव को प्रसन्न और बच्चे की कुंडली में मजबूत करने के लिए नारंगी और लाल रंग के कपड़े पहनना चाहिए। साथ ही महिला को हाथ में संतरी रंग का धागा पहनना चाहिए। रोज सुबह उठते ही थोड़ा-सा गुड़ जरूर खाएं। रिंग फिंगर में तांबे की अंगूठी पहनें। अपने पिता या ससुर की सेवा करें।

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पांचवे महीने में चंद्र देव की पूजाः बच्चे की कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए बादामी रंग के कपड़े पहनें। हाथ में सफेद धागा बांधे। रोज चंद्रमा की रोशनी में बैठें। भगवान शिव की आराधना करें उन्हें जल चढ़ाएं। अपनी माता या सास की सेवा करें। उन्हें चांदी के उपहार दें। हाथ में चांदी की अंगूठी पहनें।


शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए छठे महीने यह करें: शनि कर्म के कारक हैं और शनि के चलते इंसान का जीवन सबसे अधिक प्रभावित होता है। इसलिए जन्म लेने वाले आपके बच्चे पर शनि देव की कृपा हो इसके लिए आपको प्रेगनेंसी के छठे महीने में नीले, स्लेटी या काले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। शनिदेव की पूजा करनी चाहिए। हर शनिवार कुष्ठ रोगिया की सेवा करनी चाहिए। पक्षियों को सात तरह का दाना डालें। उनके लिए पानी भी रखें। पैर में काले रंग का धागा पहनें। गरीबों की सेवा करें।


सातवें महीने के इन काम से बुध ग्रह करेंगे कृपाः सातवें महीने की गतिविधियां बुध ग्रह को प्रभावित करेंगी, बच्चे पर बुध ग्रह की कृपा हो और वह बुद्धिमान हो, इसके लिए कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होना चाहिए। इसके लिए गर्भावस्था के सातवें महीने में हरे रंग के कपड़े पहनें। आठ साल से छोटी कन्याओं की सेवा करें। उन्हें खट्टी-मीठी गोलियां खिलाएं। बुआ को हरे रंग का भोजन कराएं। हर बुधवार गाय को हरा चारा खिलाएं। बुधवार को अपने हाथ से हरे रंग का कपड़ा दान करें। आप चाहें तो रूमाल भी दान कर सकते हैं।


आठवें महीने में फिर चंद्र देव की उपासनाः आठवां महीना फिर चंद्रदेव के प्रभाव में होता है, इस महीने चंद्रदेव की कृपा पाने के लिए अपनी माता और सास के साथ ज्यादा-से-ज्यादा समय व्यतीत करें, उनकी सेवा करें। उन्हें चांदी का उपहार दें और खुद भी चांदी पहनें। सफेद कपड़ों का दान करें। हर सोमवार को भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं।


आखिरी महीने में फिर सूर्य देव को मनाएं: ज्योतिष के अनुसार प्रेगनेंसी के समय का नौवां और आखिरी महीना फिर सूर्यदेव के नाम है, उन्हें प्रसन्न कर बच्चे की कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए इस महीने पिता या ससुर की सेवा करनी चाहिए। संतरी- नारंगी रंग के कपड़े पहनें। हाथ में तांबे की अंगूठी पहनें। हाथ में संतरी रंग का धागा बाधें। संभव हो प्रेगनेंसी के नौवें महीने में रोज पानी में गुड़ डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।