हर ग्रह गोचर सभी राशियों पर शुभ अशुभ असर डालता है।1 मई को बृहस्पति गोचर ने नवपंचम राजयोग का निर्माण किया है, जो 3 राशि के लोगों की तकदीर बदल देगी। करीब 1 साल यह स्थिति बनी रहेगी। आइये जानते हैं नवपंचम योग का क्या प्रभाव पड़ेगा और कब बनता है नवपंचम राजयोग ।
क्या है नवपंचम राजयोगः जब व्यक्ति की कुंडली में पंचम भाव का स्वामी नौवें भाव में हो और नौवें भाव का स्वामी पांचवें भाव में हो तो यह स्थिति नवपंचम योग का निर्माण करती है। यह शक्तिशाली और शुभ माना जाता है। इससे गुणों का विकास होता है और जातक बुद्धिमान बनता है। यह शिक्षा क्षेत्र में अपार सफलता दिलाता है।
1 मई 2024 दोपहर 2.29 बजे गुरु ग्रह बृहस्पति ने वृषभ राशि में प्रवेश किया है। जबकि इससे पहले 30 अक्टूबर 2023 से केतु कन्या राशि में विराजमान हैं। इस तरह केतु और गुरु एक-दूसरे से नौवें भाव में आ गए हैं। इससे सिंह राशि में नवपंचम योग बन रहा है।