
'हाथों की चंद लकीरों का, ये खेल तो है बस तकदीरों का...' एक गीत की ये पंक्तियां स्पष्ट करती हैं कि आपके हाथ की लकीरें आपकी तकदीर या किस्मत दर्शाती हैं। वो सब कुछ बयां कर देती हैं कि आपका व्यक्तित्व कैसा है, आपकी आदतें क्या हैं, आपका कॅरियर, प्रेम, विवाह की स्थिति से लेकर आपके जीवन में धन-संपत्ति का सारा राज खोल देती हैं। हस्त रेखा शास्त्र यही विज्ञान है, जिससे जानने वाला आपका हाथ पढ़कर आपकी हथेली में मौजूद हर रेखा और निशान का सच पता होता है। प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य पं. प्रदीप पांडे यहां आपको बता रहे हैं हाथ में मौजूद आपकी भाग्य रेखा, बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा के संयोग से बनने वाले ट्राइएंगल के बारे में। आपको बता दें कि ये हथेली में ये ट्राइएंगल होना शुभता का प्रतीक है। इसका अर्थ है कि आपके जीवन में अब वे सारी बाधाएं खत्म हो जाएंगी जो धन के रास्तों की रुकावटें थीं। अब आप अमीर बनने जा रहे हैं। आपके घर में बेतहाशा धन बरसने वाला है। अब आप करोड़पति बनने की राह में आगे बढ़ रहे हैं...
इस तरह बनता है ये त्रिभुज
पं. प्रदीप पांडे कहते हैं कि हाथ में मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा के मध्य में सूर्य पर्वत एवं शनि पर्वत की जड़ में और भाग्य रेखा, बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा के संयोग से ये त्रिभुज बनता है। आपको यह जान लेना चाहिए कि ये त्रिकोण जितना बड़ा होगा, आपकी सेविंग्स भी उतनी ही बड़ी होगी। ऐसे व्यक्ति के पास भूमि, कई भवन और वाहन समेत भोग विलास के पर्याप्त साधन होते हैं। इनके संचित धन एवं संपत्ति में वृद्धि होती रहती है। बैंक में जमा पूंजी में भी लगातार इजाफा होता रहता है।
किसी काम में नहीं आती अड़चन
यह त्रिकोण बुध रेखा के प्रभाव से व्यापारिक कुशलता के साथ धनी बनाता है। जबकि मस्तिष्क रेखा का संयोग व्यक्ति को चतुराई से एवं बौद्धिक कार्यों से धन लाभ अर्जित कराता है। वहीं, भाग्य रेखा का संयोग सौभाग्य और सकारात्मकता को बढ़ाता है। तो आपके सभी कार्य बिना किसी रुकावट के पूरे होते हैं। इन तीनों का साझा प्रभाव व्यक्ति को जीवन में धनवान और संग्रहकर्ता बनाता है। ऐसे लोग सारा जीव सुख-सुविधा में जीते हैं।
इस उम्र के बाद दिखता है इसका असर
यह धन त्रिकोण 28 साल की आयु के आस-पास अच्छा प्रभाव दिखाता है। 50 वर्ष तक की उम्र में ही व्यक्ति धन संग्रह में सफल हो जाते हैं। कुछ लोगों को तो इसका फल किशोरवस्था से ही मिलना शुरू हो जाता है। यहां ध्यान यह देना है कि इन ट्राइएंगल की लकीरों पर कोई कट या फिर तिल का निशान नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो इन जातकों को आकस्मिक अवरोधों का सामना करना पड़ता है।
Published on:
16 Jan 2023 06:12 pm
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