
,,
हर व्यक्ति के जन्मांक का जोड उसका मूलांक होता है। ऐसे में कुल 1 से 9 तक मूलांक अंक ज्योतिष में माने गए हैं। इन मूलांक के आधार पर जहां हम लोगों के व्यक्त्तिव सहित कई अन्य चीजो के बारे में भी पता कर सकते हैं, तो वहीं जानकारों के अनुसार जातक के जन्म के आधार पर आने वाला मूलांक यहां तक बता देता है कि किस जातक को किस देवी या देवता की पूजा विशेष फल प्रदान कर सकती है।
एक से में जहां वर्तमान में सावन चल रहा है, वहीं सावन में सावन के सोमवार व सावन के मंगलवार यानि मंगलागौरी का विशेष व्रत भी आता है। तो इसे देखते हुए आज हम आपको उन मूलांक के बारे में बता रहे हैं, जो भगवान शिव और देवी माता के विशेष प्यारे होते हैं। जानकारों के अनुसार हर मूलांक पर किसी न किसी विशेष देव का प्रभाव होता है।
ऐसे में इन मूलांक पर इनके देवता का विशेष प्रभाव होता है, जिसके चलते जहां इन्हें इनका आशीर्वाद मिलता है तो वहीं किसी गलती की सजा भी ये देव उस जातक को प्रदान करते हैं। यहां ये भी बता दें कि ज्योतिष के अनुसार रेवती के चतुर्थ चरण में पैदा होने वाले जातकों को मुख्य रूप से हर रोज देवी दुर्गा की अवश्य पूजा करनी चाहिए। चलिए जानते हैं मूलांक के बारे में...
ऐसे समझें किस मूलांक का कौन है देवता-
1 अंक के स्वामी - 1 अंक के स्वामी सूर्य ग्रह माने जाते हैं।
2 अंक के स्वामी - 2 अंक के स्वामी अंक ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा हैं।
3 अंक के स्वामी - 3 अंक के स्वामी देवगुरु ग्रह बृहस्पति माने जाते हैं।
4 अंक के स्वामी - 4 अंक के स्वामी नेपच्युन यानि राहू माने जाते हैं।
5 अंक के स्वामी - 5 अंक के स्वामी बुध माने जाते हैं।
6 अंक के स्वामी - 6 अंक के स्वामी शुक्र माने जाते हैं।
7 अंक के स्वामी - 7 अंक के स्वामी केतु माने जाते हैं।
8 अंक के स्वामी - 8 अंक के स्वामी शनि माने जाते हैं
9 अंक के स्वामी - 9 अंक के स्वामी मंगल माने जाते हैं।
सावन किस मूलांक वालों के लिए होता है अति विशेष
सावन मास भगवान शिव का प्रिय माह है, ऐसे में माना जाता है कि वे मूलांक जिन पर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है उन्हें सावन में भगवान शिव की अराधना से जल्द ही विशेष फल की प्राप्ति होती है। जानकारों के अनुसार ज्योतिष में च्रद्र को भगवान शिव से जोडा जाता है। तभी तो सोमवार में सोम यानि चंद्र का दिन ही भगवान शिव का विशेष दिन माना गया है। ऐसे में मूलांक दो के जातक भगवान शिव को विशेष प्रिय माने जाते हैं। कारण ये है कि मूलांक 2 का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। ऐसे में चंद्र की प्रकृति शीतल, शांत होती है। मूलांक पर इसी प्रभाव के चलते इस मूलांक के लोगों का स्वभाव भी अत्यधिक शांत होता है। तन के साथ-साथ मन से भी खूबसूरत इस मूलांक के जातक सुंदर लोगों की ओर जल्द आकर्षित हो जाते हैं।
सावन माह भगवान शिव का प्रिय होने के साथ ही देवी मां गौरी की पूजा के लिए भी विशेष माना जाता है। ऐसे में वह मूलांक जिन पर देवी मां की खास कृपा होती है उन्हें सावन में मंगलवार व शनिवार के दिन देवी मां की अराधना से जल्द ही अति विशेष फल मिलता है। अंक ज्योतिष में वैसे तो मूलांक आठ अंक का स्वामित्व जहां शनि पर माना गया है तो वहीं मूलांक नौ अंक के स्वामी मंगल माने गए है। ऐसे में यह भी जान लें कि देवी मां काली जो माता पार्वति ही हैं, को शनि के संचालन की देवी माना गया है। वहीं मां भगवती को मंगल की स्वामी है, ऐसे में इन दोनों मूलांकों पर देवी मां का विशेष प्रभाव रहता है। जिसके चलते सावन में इनके द्वारा देवी की पूजा किए जाने पर देवी मां बहुत जल्द प्रसन्न होकर इनकी मनोकामना पूर्ण करती हैं।
ध्यान रखें मूलांक 8 में शनि के प्रभाव के चलते ये कुछ बहुत अन्तर्मुखी प्रवृति के होते हैं, साथ ही ये दूर अकेले अपने काम करते रहतेे हैं। 8 मूलांक के लोग शांत, गंभीर और निश्छल प्रवृति के होने के साथ ही जिंदगी में धीरे- धीरे सफलता प्राप्त करते हैं।
वहीं दूसरी ओर मूलांक 9 के जातक मंगल ग्रह से प्रभवित होने के चलते अनुशासनप्रिय तो होते ही हैं। साथ ही यदि कोई इनके सामने अनुशासन भंग करता है, तो उससे काफी नाराज हो जाते हैं।
Published on:
01 Aug 2023 02:50 pm
बड़ी खबरें
View Allधर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
