शनिवार को सांसद सावित्री बाई फुले सपा अध्यक्ष से मिली थीं। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनसे हमारी मुलाकात हुई थी। सावित्रीबाई ने आरक्षण और दलित के साथ भाजपा के व्यवहार पर दुख बताया। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले ने मुझसे मुलाकात की और मुझे बताया कि कैसे भाजपा में उनके बातों को अनसुना किया गया।उनकी चिंताएं वास्तविक हैं। अखिलेश ने कहा कि और भी कई विधायक व सांसद हमारे संपर्क में आ आए हैं। आपको बता दें कि सावित्री व अखिलेश की मुलाकात के बाद सावित्री के सपा में जानें की अटकलें तेज हैं, लेकिन सांसद ने साफ कहा है कि वह महागठबंधन का समर्थन करेंगी, लेकिन सपा-बसपा में शामिल नहीं होंगी।
शनिवार को गाजीपुर में पथराव की घटना में हुए कॉन्स्टेबल की मौत पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि गाजीपुर विवाद को प्रशासन चाहता तो रोक सकता था। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था, वहां पर इतनी फोर्स थी, फिर भी ये हादसा हुआ। ये घटना इसलिए घटी क्योंकि सीएम योगी सदन में हों या मंच पर उनकी एक ही भाषा है, ‘ठोक दो’। कभी पुलिस को नहीं समझ आता कि किसे ‘ठोकना’ है, कभी जनता को समझ नहीं आता कि किसे ‘ठोकना’ है। ट्रांसफर से बचने के लिए पुलिस अधिकारी एनकांउटर कर रहे हैं।
गांव-गांव जाकर संपर्क करेंगे सपाई- लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता आने वाले साल में साईकिल से गांव-गांव जाकर संपर्क का काम करेंगे और भाजपा सरकार की नाकामियों को गिनाएंगे। सपा ने लगातार विधान सभा, जिला स्तर पर कार्यक्रम किये हैं। 2019 में सपा ने तय किया है विधानसभा स्तर पर समाजवादी विकास, विजन कार्यक्रम होंगे। 7 जनवरी से 20 जनवरी तक यह कार्यक्रम होंगे। आखिर में अकिलेश ने नव वर्ष की सभी को शुभकामनाएं।