जनपद में जनसेवा केंद्र पर आधार कार्ड बनवाने के नाम पर जमकर अवैध वसूली हो रही है।
औरैया. जनपद में जनसेवा केंद्र वसूली के केंद्र बनते जा रहे हैं और मनचाही वसूली कर रहे हैं। लोगों के आधार कार्ड निशुल्क बनाने की बजाय 70 रुपए लेकर आधार कार्ड बनाने व नाम, पता, आदि संशोधित कराने की निर्धारित रकम से तीन गुने रुपए लेकर वसूली की जा रही है। फफूंद का एक आधार कार्ड बनाने वाले प्राइवेट सेंटर में जमकर लूट मची हुई है। वहीं आधार सम्बंधित काम के लिए आने वाले लोगों से पैसे के बारे में पूछे जाने पर वह उनके साथ अभद्रता पर भी उतर आता है। आधार कार्ड सेंटर के नाम पर लूट केंद्र बने सेंटर के खिलाफ लोगों ने डीएम, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर सेंटर की जांच कराने की मांग की है।
25 रुपए की जगह लिये जा रहे 70 रुपए
फफूंद कस्बे के छमरुआ कुआं के पास मोहल्ला ऊंचा टीला ( कायस्थान ) में शिव ऑनलाइन सेंटर के नाम से एक व्यक्ति दुकान खोले हुए है। जिस पर कोई राजपूत नामक युवक आधार कार्ड बनाने, नाम पता संशोधित करने का काम करता है। आधार कार्ड बनवाने के लिए गए कस्बा निवासी नफीस ने बताया कि वह कुछ दिनों पूर्व अपने पुत्र व पुत्री सहित अपना आधार बनवाने के लिए इस सेंटर पर गए थे तो इस युवक ने उनसे प्रति आधार कार्ड बनाने के नाम पर 70 रुपए मांगे जिस पर उन्होंने जब सरकार द्वारा आधार निशुल्क बनाने की बात कही और वहां लगे बैनर में भी निशुल्क लिखा होने की बात बताई तो यही व्यक्ति उनसे अभद्रता पर उतर आया और आधार न बनाने की धमकी दी और 3 घंटे दुकान के बाहर धूप में खड़ा रखा। मजबूरी में उन्होंने उसको 70 रुपए प्रति आधार के हिसाब से 210 रुपए देकर अपने व वच्चों के आधार बनवा पाए।
आधार में नाम संशोधन के लिए भी 70 रुपए लिए जा रहे
कस्बे के निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग जमील अहमद ने बताया कि वह अपने आधार में नाम के संशोधन के लिए जब इस सेंटर पर गए तो इसके संचालक ने उनसे 70 रुपए मांगे जब उन्होंने सरकारी कीमत 25 रुपए बताई तो यह उनसे भी अभद्रता पर उतर आया और घंटो दुकान से बाहर खड़ा रखने के बाद 70 रुपए लेने के बाद ही नाम का संशोधन किया। मोहल्ला बाबा का पुरवा निवासी गीता देवी ने बताया कि वह गुरुवार को अपने नाम को संशोधित करवाने के लिए इस सेंटर पर गई, जहां उससे भी 70 रुपए लिए गए। हद तो तब हो गई जब कस्बे के मोहल्ला मेवातियान निवासी छात्राएं सदफ व इफत अपने आधार में संशोधन के लिए इस आधार सेंटर पर पहुंची तो वहां उनसे नाम संशोधन के नाम पर 70 रूपए मांगे गए और दो घंटे धूप में खड़ा करने के बाद पूरे रुपे देने पर ही एक छात्रा का संशोधन हो पाया दूसरी छात्रा को कल आने की कहकर उसे वहां से खाली लौटा दिया।
खुलेआम लूट को बंद कराने की मांग की गई
इस आधार सेंटर के बारे में कई लोगों ने बताया कि यह सेंटर सरकारी मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए लोगों को घंटो धूप में खड़ा करने के बाद उनसे अवैध वसूली करता है। अगर कोई व्यक्ति सरकार के निर्देशों की बात कहता है तो उसको संचालक दुकान से भगा देता है। कस्बे में कोई और आधार सेंटर पर आए दिन आधार की साइट बन्द रहने से आधार संबंधित कार्य कराने के लिए लोगों को मजबूरी में ही इस सेंटर पर पहुंचना पड़ता है और सेंटर संचालक की अभद्रता को बर्दाश्त करते हुए मजबूरी में अपना काम कराना पड़ता है। लोगों ने यह भी बताया कि यह सेंटर खुलेआम सरकारी निर्देशो की धज्जियां उड़ा रहा है फिर भी अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। आजिज आकर कस्बे के दर्ज़नो लोगों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर आधार कार्ड सेंटर पर हो रही खुलेआम लूट को बंद कराने की मांग की है।