
प्रतिकात्मक तस्वीर: BH Series Number Plate Explained
BH Series Number Plate Explained: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में वाहनों के लिए नए भारत सीरीज नंबर प्लेट्स (BH Number Plate) के इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। BH सीरीज की इन नंबर प्लेट्स को बीते 28 अगस्त 2021 को मंत्रालय द्वारा पेश किया गया था। अब इस नए नंबर प्लेट्स के सामने आने के बाद लोगों के बीच ये सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वो इस नंबर प्लेट्स का इस्तेमाल अपने वाहनों में कैसे कर सकते हैं, या फिर इसके लिए उन्हें किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख में BH Series नंबर प्लेट से जुड़े हर सवाल का जवाब लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं पूरी प्रक्रिया और इसके लिए आवेदन करने की योग्यता-
सबसे पहले तो ये जान लेना जरूरी है कि सरकार ने इस खास नंबर प्लेट को क्यों लॉन्च किया। दरअसल, इस नए नंबर प्लेट के सीरीज को शुरू करने के पीछे सरकार की मंशा रक्षा कर्मियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए वाहनों के प्रयोग को आसान बनाना है। क्योंकि केंद्र या राज्य सरकार की हस्तांतरणीय नौकरियां (जिसे आम भाषा में ट्रांसफर वाले जॉब भी कहा जाता है) करने वालों के लिए मौजूदा प्रक्रिया काफी बोझिल है। इस स्थिति में उन्हें एक ऐसे नंबर प्लेट की जरूरत थी, जिसका प्रयोग वो देश के हर हिस्से में कर सकें। शुरूआत में BH सीरीज नंबर प्लेट्स केवल राज्य, केंद्र सरकार कर्मचारियों और रक्षा कर्मियों को ही मुहैया कराया जाएगा।
Bharat Series नंबर प्लेट कैसे होगा मददगार:
मोटर वाहन अधिनियम की धारा 47 एक वाहन के मालिक को अपने वाहन को दूसरे राज्य में कम से कम 12 महीने तक की अवधि के लिए रखने या चलाने की अनुमति देता है। लेकिन 12 महीने के बाद, मालिक को वाहन के पंजीकरण को नए राज्य में स्थानांतरित करना होना अनिवार्य होता है जहां इसे चलाया जा रहा है या रखा जा रहा है। यही वो मौका है जहां बीएच सीरीज नंबर प्लेट्स वाहन मालिकों को बेहतर सुविधा प्रदान करती है। क्योंकि BH सीरीज नंबर प्लेट्स वाले वाहनों के पंजीकरण को मूल राज्य से नए राज्य में स्थानांतरित करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
BH सीरीज नंबर प्लेट्स के लिए योग्यता और कैसे करें आवेदन:
स्पष्ट रूप से, BH नंबर प्लेट के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक भारत का एक नागरिक होना चाहिए। वर्तमान में, बीएच नंबर प्लेट मुख्य रूप से उन लोगों के लिए है, जो राज्य या केंद्र सरकार के साथ काम कर रहे हैं या फिर डिफेंस सेक्टर में कार्यरत हैं। इसके अलावा बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNC's) के साथ काम करने वाले भी आवेदन कर सकते हैं बशर्ते कि कंपनी की देश के चार या उससे अधिक राज्यों में मौजूदगी हो। भारत सीरीज़ नंबर प्लेट प्राप्त करने की प्रक्रिया ऑनलाइन है। नया वाहन खरीदते समय, डीलर वाहन पोर्टल के माध्यम से प्रक्रिया को शुरू कर सकता है।
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BH नंबर प्लेट को कैसे करें डिकोड:
बीएच नंबर प्लेट दिखने में सामान्य नंबर प्लेट के समान ही है - जैसी कि सफेद पृष्ठभूमि पर काला फ़ॉन्ट इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन पारंपरिक नंबर प्लेटों के विपरीत, BH सीरीज़ की प्लेटें दो अंकों से शुरू होती हैं, उसके बाद BH, फिर चार अंक और फिर दो अक्षर होते हैं। तो उदाहरण के तौर पर इसे ऐसे समझें, यदि एक BH सीरीज़ की नंबर प्लेट जो इस प्रकार है- (21 BH 5555 AA) इसका मतलब है कि वाहन साल 2021 में पंजीकृत (रजिस्टर्ड) किया गया था, 'BH' भारत के लिए है, '5555' वाहन पंजीकरण संख्या है और 'AA' वाहन श्रेणी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
BH नंबर प्लेट के लिए खर्च करने होंगे इतने रुपये:
बीएच सीरीज नंबर प्लेट आवेदन लागत को तीन अलग-अलग वर्गों में बांटा गया है। 10 लाख से कम कीमत वाले वाहनों के लिए, आवेदक को वाहन की कीमत का 8 प्रतिशत भुगतान करना होगा, जो बीएच सीरीज नंबर प्लेट आवेदन के शुल्क के तौर पर लिया जाएगा। 10 से 20 लाख रुपये के बीच की कीमत वाले वाहन पर टैक्स की दर 10 फीसदी होगी। यदि वाहन की कीमत 20 लाख रुपये से अधिक है, तो मालिक को बीएच सीरीज नंबर प्लेट प्राप्त करने के लिए वाहन की कीमत का 12 प्रतिशत भुगतान करना होगा।
इस नंबर प्लेट के क्या हैं फायदे:
BH सीरीज के नंबर प्लेट का सबसे बड़ा फायदा है कि इस नंबर प्लेट वाले वाहनों को देश के किसी भी राज्य में चलाने के लिए इसका रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर कराने की कोई जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा सामान्य तौर पर वाहनों के ट्रांसफर के समय प्राप्त किए जाने वाले NOC (नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) इत्यादि के झंझट से भी मुक्ति दिलाता है।
Updated on:
09 Mar 2022 07:40 am
Published on:
08 Mar 2022 09:26 pm
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