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मोहित पांडे सहित 50 विद्यार्थी राम मंदिर के बने पुजारी, जानें कैसे हुआ सेलेक्‍शन

अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी के लिए 3 हजार विद्यार्थियों का इंटरव्यू हुआ था। जिसमें से मोहित पांडे सहित 50 लोगों का चयन हुआ।

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मोहित पांडे राम मंदिर के पुजारी बने।

मोहित पांडे गाजियाबाद के रहने वाले हैं। सभी 50 पुजारियों की 6 महीने ट्रेनिंग होगी। इसके बाद भगवान श्रीराम के सेवा में नियुक्त किया जाएगा। मोहित पांडे का जन्म बेल्हाऊरा को 10 नवंबर 2002 को हुआ था। मोहित के चाचा ने उनका एडमिशन दूधेश्वर नाथ मंदिर के वेद विद्यालय में कराया था।

मोहित ने गाजियाबाद में 7 साल तक धर्म और कर्मकांड की शिक्षा ली
मोहित ने गाजियाबाद में 7 साल तक धर्म और कर्मकांड की शिक्षा ली। सामवेद का अध्ययन किया। मोहित तिरुपति के वेंकटेश्चर वैदिक विद्यालय से पूरी की। पढ़ाई के दौरान ही मोहित ने राम मंदिर में पुजारी बनने के लिए आवेदन किया।

संत समाज ने जताई खुशी
दूधेश्वर नाथ वेद विद्यालय के छात्रों में से एक और वर्तमान में टीचर नित्यानंद आचार्य ने बताया कि मोहित पांडे सबसे होनहार छात्र थे। मोहित पांडे का दिमाग बहुत तेज चलता था। वह शुरू से ही भगवान श्रीराम की सेवा करना चाहते थे। मोहित का अयोध्या में राम मंदिर में पुजारी के रूप में चयन होने से गाजियाबाद के संत समाज में खुशी और गर्व का माहौल है।

दूधेश्वर वेद विद्या पीठ में देश भर के विद्यार्थी करते हैं पढ़ाई
वहीं सिद्ध समाधि वाले गुरू मूर्तियों की कृपा से श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य नित्यानंद भी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। वे 8 जनवरी से 24 जनवरी तक वेद पाठ करें। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ आज उत्तर भारत का सबसे बड़ा वेद व कर्मकांड का विद्यलयहै। इसमें देश भर के विद्यार्थी वेद और कर्मकांड की शिक्षा ले रहे हैं।