
बिना सात फेरे लिए ससुराल पहुंची दुल्हन फिर जो हुआ वो हैरान करने वाला था
अयोध्या : जिले के ग्रामीण क्षेत्र तारुन में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है | बेहद चौकाने वाले मामले में एक लड़की शादी से पहले ही अपने ससुराल पहुँच गयी और दो दिन से ससुराल में जमी रही | जिसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने पुलिस से मदद मांगी और पुलिस की मदद से मामला सुलझ सका और हंसी ख़ुशी के माहौल में लड़के और लड़की की शादी एक मंदिर में करा दी गयी | बताया जा रहा है कि शादी की तिथि नियत होने के बाद दोनों पक्षों में कुछ मतभेद होने से दूल्हा शादी करने को राज़ी नहीं था जिसके कारण शादी के लिए मुकर्रर तारीख 22 फरवरी 2019 को शादी नहीं हो सकी । इसके बावजूद वधू ने हार नहीं मानी। शादी के लिये तय दूल्हे के साथ ही ज़िन्दगी बिताने के लिए वह बगैर सात फेरे लिए ससुराल पहुंच गई और दो दिनों से ससुराल में जमी रही | लड़की की कोशिशें रंग लायीं और आखिरकार पुलिस की मदद से उसे मनचाहा जीवनसाथी मिल गया | थाने के निकट हनुमान मंदिर पर बजरंगबली को साक्षी मानते हुये लड़का व लड़की ने एक दूसरे को माला पहनाकर प्रतीकात्मक शादी रचाई गई। फिलहाल शादी की अन्य रस्में अब धूमधाम से 27 मई को संपन्न होगी |
अयोध्या जिले के तारून इलाके में एक लड़की की शादी से पहले दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर रिश्ता जुड़ने से पहले ही दरार पड़ गई थी
मिली जानकारी के मुताबिक़ सुल्तानपुर जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र की ग्राम सभा दखिनवारा निवासी रामतीरथ मौर्य ने अपनी पुत्री निशा की शादी तारुन थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत चरावां निवासी रामउजागिर के बेटे सियाराम के साथ तय किया था। दोनों पक्षों ने आपसी सहूलियत को देखते हुये शादी की मांगलिक तिथि 22 फरवरी 2019 को निश्चित किया था। शादी से पहले दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर रिश्ता जुड़ने से पहले ही दरार पड़ गई, जिससे तय तिथि पर वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सका। लेकिन लड़की ने सियाराम के साथ सात फेरे लेने पर आमादा थी | कुछ दिन बाद तक विवाद न थमते देख शादी के लिए युवती दो दिनों से बगैर सात फेरों के ससुराल में आकर रहने लगी, आखिरकार लड़के के पिता रामउजागिर शनिवार को पुलिस की शरण में गये। उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंचे डायल हंड्रेड- 0935 के दरोगा जनार्दन सिंह दोनों पक्षों को थाने ले आये। थाने पर मौजूद चौकी प्रभारी रामपुरभगन मनोज कुमार ने दोनों पक्षों की बातों को सुना और उन्हें समझा-बुझाकर शादी के लिये राजी कर लिया। दोनों पक्षों में आपसी सुलह-समझौता हो गया।उसके बाद हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली को साक्षी मानते हुये दोनों एक दूजे के हो गये ।
Published on:
19 May 2019 10:01 am
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