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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट की 18 को बैठक, मंद‍िर भूमि पूजन की तिथि होगी तय

इधर मंदिर का काम तेजी से शुरू हो गया है। एलएंडटी की टीम ने नींव खोदने से पहले कई जगह मिट्टी की जांच कराई।

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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट की 18 को बैठक, मंद‍िर भूमि पूजन की तिथि होगी तय

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट की 18 को बैठक, मंद‍िर भूमि पूजन की तिथि होगी तय

अयोध्या. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट की जुलाई महीने की 18 तारीख को एक बैठक होगी। इस बैठक में रामलला के मंद‍िर के भूमि पूजन की तिथि पर मंथन होगा। इधर मंदिर का काम तेजी से शुरू हो गया है। एलएंडटी की टीम ने नींव खोदने से पहले कई जगह मिट्टी की जांच कराई। ट्रस्ट, विहिप के प्रस्तावित मॉडल पर एकमत हो गया है। यह मॉडल गुजरात के प्रख्यात वास्तुविद चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था। उनको अयोध्या में हो रहे काम का निरीक्षण करना था। पर तबीयत कुछ खराब होने की वजह से उनकी जगह उनके पुत्र आशीष सोमपुरा आए।

शिल्पी आशीष सोमपुरा की टीम ने कारसेवकपुरम में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज, एलएंडटी व पत्थरों की सफाई करने वाली केएलए कंपनी के इंजीनियरों से विचार विमर्श किया। उसके बाद श्रीरामजन्मभूमि परिसर पहुंचे। यहां पर मिट्टी के नमूने की जांच रिपोर्ट देखी। सभी लोगों के संग आशीष सोमपुरा ने तमाम प्राचीन मंदिरों की रिपोर्ट साझा की। इंजीनियरों ने सदियों तक अक्षुण्ण रहने वाले राममंदिर के निर्माण को लेकर डेढ़ एकड़ के प्रस्तावित परिसर के करीब दोगुने आकार में आरसीसी की गहरी नींव बनाने की रणनीति बनाई। इसी नींव पर प्रस्तावित मंदिर मॉडल में तय किए गए पत्थर की नींव बनाई जाएगी। इसके बाद भूतल, प्रथम तल व शिखर का निर्माण होगा।

रामजन्मभूमि न्यास की कार्यशाला में तराश कर रखे गए राममंदिर की पहली मंजिल के लिए करीब सवा लाख घन फुट पत्थरों को राममंदिर परिसर में पहुंचाने के लिए भी खाका तैयार किया जा रहा है। बताया गया कि पत्थरों को परिसर तक पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग चिह्नित कर लिया गया है। अभी पत्थरों की सफाई में ही करीब तीन महीने लग जाएंगे, जैसे-जैसे पत्थर साफ होते जाएंगे उन्हें राममंदिर परिसर पहुंचाने का भी काम शुरू कर दिया जाएगा।