
आयोध्या. सप्तपुरियों में श्रेष्ठ नगरी अयोध्या में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) तथा देव दीपावली (Dev Deepawali) पर लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में डुबकी लगाई तथा अयोध्या के प्रमुख मंदिर नागेश्वरनाथ हनुमानगढ़ी कनक भवन तथा रामजन्मभूमि दर्शन पूजन किया। प्रशासनिक दृष्टि से भी सुरक्षा संबंधित व्यापक इंतजाम किए गए हैं। 10 दिन पहले से चल रहे कार्तिक मेला (Kartik Mela) आज कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद मेला समाप्त होता है। अयोध्या में कई स्थानों से आकर लोग यहां कल्पवास करते हैं और प्रतिदिन स्नान कर भगवान मंदिर में पूजा पाठ करते हैं।
कार्तिक के नवमी को 14 कोसी तथा एकादशी को पांच कोसी परिक्रमा करते है तथा कार्तिक माह के आखरी दिन पूर्णिमा स्नान कर मंदिरो में पूजा पाठ के साथ अन्न दान करते हैं। अयोध्या आये श्रद्धालु रज्जन मिश्र ने बताया कि आज कार्तिक पूर्णिमा के साथ देवदीपावली भी है। आज के दिन गंगा और सरयू में स्नान करना बहुत महत्वपूर्ण है हम कार्तिक प्रारंभ होते ही अयोध्या (Ayodhya) में आये है और कार्तिक के सभी परिक्रमा कर आज सरयू में स्नान कर पूजा कर अब अपने वापस जायेगे। श्रद्धालु महिला श्रद्धा मिश्रा ने बताया आज हम अयोध्या में सरयू अपने परिवार की सुख शांति के लिए आए हैं और यहां के प्रमुख मंदिर नागेश्वरनाथ में जल चढ़ा कर तथा हनुमान गढ़ी पर पूजा पाठ कर अपने परिवार के लिए मनोकामनाएं मांगी।
आज Dev Diwali है, आज के दिन पूजा पाठ कर बहुत ही बड़ा पुण्य मिलता है। मेले को सकुशल निपटाने के लिए प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था किया गया फैज़ाबाद डीएम अनिल कुमार ने बताया कि कार्तिक नाम में तीन महत्वपूर्ण पर्व है 14 कोसी पंचकोसी परिक्रमा तथा आज उसी की अंतिम कड़ी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान है। आज सुबह से ही लोग सरयू में स्नान कर मंदिर में पूजा पाठ कर रहे हैं। आज लगभग 15 लाख से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं। सुरक्षा की दृष्टि से मिला 6 सेक्टर में बांटा गया है जहां पर मजिस्ट्रेटों की भी ड्यूटी लगाई गई है। सभी प्रकार के पर्याप्त फोर्स भी लगाए गए हैं तथा सरयू नदी में जल पुलिस और ड्यूटी लगाई गई है जिस से मिले की व्यवस्था में कोई अड़चन न हो सके और मेला अच्छी तरह पूरी हो।
Updated on:
04 Nov 2017 02:07 pm
Published on:
04 Nov 2017 12:47 pm
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