27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सावन के पहले सोमवार पर अयोध्या के सिद्ध शिव पीठ नागेश्वरनाथ में भक्तों का ताता

सावन माह के पहले सोमवार पर बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान कर शिव मंदिरों में कर रहे हैं जलाभिषेक

2 min read
Google source verification
सावन के पहले सोमवार पर अयोध्या के सिद्ध शिव पीठ नागेश्वरनाथ में भक्तों का ताता

सावन के पहले सोमवार पर अयोध्या के सिद्ध शिव पीठ नागेश्वरनाथ में भक्तों का ताता

अयोध्या. सावन का पहला सोमवार आज है. 108 ज्योतिर्लिंग में शामिल भगवान नागेश्वर नाथ के दरबार में श्रद्धालुओं का तांता लगा है 2 साल के कोरोना काल के बाद पहली बार बिना बंदिश के श्रद्धालु जलाभिषेक के लिये उमड़े है राम की नगरी भोले के जयकारों से गुंजायमान है आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु अयोध्या में पहुंच रहे है बड़ी संख्या में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं संवेदनशील अयोध्या के हर प्रवेश द्वार पर सुरक्षा बल की तैनाती की गई है जल थल और नव से अयोध्या की सुरक्षा की जा रही है सरयू में जल पुलिस की तैनाती की गई है तो ढूंढ कैमरे से संपूर्ण मेले क्षेत्र की निगरानी की जा रही है।

सावन में शिव की आराधना करने से होता है कल्याण

रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि सावन का महीना भगवान शंकर का महीना होता है सावन में पढ़ने वाले सोमवार को शिव भक्तों को पूजन अर्चन करना चाहिए सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन है भगवान शिव का दिन होने के कारण से सभी भक्तों को प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए अर्चन करनी चाहिए सोमवार के दिन पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है सावन माह में कावड़ भी पड़ता है प्रतिष्ठित शिव मंदिर में शिव भक्तों पर जल चढ़ाते हैं शिवजी की भक्ति करेंगे अपने कल्याण के लिए परिवार के कल्याण के लिए सभी का इच्छा रखेंगे जो भी मांग करेंगे शिवभक्त उनकी इच्छा के अनुसार उनको प्राप्ति मिलेगी सोमवार के दिन शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।

सख्त सुरक्षा के बीच अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि सरयू घाट पर बड़ी संख्या में शिव भक्त आते हैं सरयू के घाटों से जल लेते हैं और शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई है सरयू में एसडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती की गई है लोकल स्तर पर गोताखोर और नावें लगाई गई हैं सरयू के घाटों पर बैरिकेडिंग के अंदर ही स्नान करने के लिए निवेदन किया जा रहा है खतरनाक स्थानों पर स्नान करने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है मंदिरों में आ रहे श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं की गई हैं ट्रैफिक कंट्रोल के लिए रूट डायवर्जन किए गए हैं श्रद्धालुओं को आने में कोई प्रबंध ना हो इसके व्यवस्थाएं की जा रही है