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अयोध्या में दिखा अलौकिक दृश्य, भगवान के दर्शन के लिए घाटों पर आराधना करते नजर आए श्रद्धालु

कार्तिक पूर्णिमा पर लगे चंद्रग्रहण के कारण लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने अयोध्या के पवित्र नदी में स्नान करने के लिए घंटों किया इंतजार

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अयोध्या में दिखा अलौकिक दृश्य, भगवान के दर्शन के लिए घाटों पर आराधना करते नजर आए श्रद्धालु

अयोध्या में दिखा अलौकिक दृश्य, भगवान के दर्शन के लिए घाटों पर आराधना करते नजर आए श्रद्धालु

अयोध्या. ग्रहण को लेकर धार्मिक मान्यताओं ने आज चंद्र ग्रहण पर अयोध्या में अलग ही वातावरण सृजित किया,जिसमें मोक्ष काल की प्रतीक्षा करते श्रद्धालुओं की भीड़ कहीं भजन-कीर्तन करते,कहीं हवन करते या फिर समूह में एकत्र हो धार्मिक आख्यान की चर्चा करते दिखे,हर श्रद्धालु के चेहरे पर आतुरता बयां हो रही थी,कि कब चंद्रग्रहण का मोक्ष काल प्रारंभ हो और वे कब पावन सलिला सरयू में स्नान कर अपने आराध्य के दर्शन करें,

कड़ी सुरक्षा के बीच सरयू स्नान के बाद मंदिरों में हुआ दर्शन

कार्तिक पूर्णिमा पर लगे ग्रहण शाम 6:19 पर मोक्ष काल लगते ही श्रद्धालुओं की भीड़ सरयू तक पहुंची और स्नान के बाद सीधे नागेश्वरनाथ,कनक भवन,हनुमानगढ़ी मंदिरों की ओर बढ़ चली,श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के चलते राम की पैड़ी सहित सभी प्रमुख मंदिरों में प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा के आला अधिकारियों को खुद उतर कर मोर्चा संभालना पड़ा और यह पूरा नजारा देर रात तक चलता रहा। बड़ी संख्या में लोग सरयू नदी में स्नान करने के बाद अयोध्या के मंदिर म दर्शन पूजन किए।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण रात 12:00 बजे बंद होगा मंदिर का पट

ऐतिहासिक हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने बताया की हनुमानगढ़ी पर भीड़ का दबाव बहुत अधिक है, इसलिए दर्शन रात्रि 12:00 बजे तक चलेगा,उन्होंने कहा कि इस ग्रहण काल के दौरान अयोध्या के साधु-संतों के साथ विश्वकल्याण के लिए हवन और पूजन किया गया है। उन्होंने बताया कि आज सुबह ही सूतक लगने के कारण मंदिर बंद हो गया था जिसके कारण बड़ी संख्या में शुभम भगवान के दर्शन के लिए लालित्य ग्रहण के दौरान अयोध्या की सरयू तट पर बैठकर भजन और भगवान की आराधना करते रहे लेकिन जैसे ही ग्रहण मोक्ष प्राप्त हुआ उसके बाद स्नान कर मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं।