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अयोध्या में मंदिरों की संपत्ति का बड़ा मामला, दो पक्षों में दावेदारी का संघर्ष, तीसरे ने बेच दी जमीन

राजस्व विभाग के अभिलेखों में अयोध्या के मंदिरों की संपत्ति का खुला राज, अयोध्या में स्थित दसरथ महल कर महंत बिंदुगद्याचार्य महंत देवेन्द्र प्रसादाचार्य कई मंदिरों के है जमीदार

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अयोध्या में मंदिरों की संपत्ति का बड़ा मामला, दो पक्षों में दावेदारी का संघर्ष, तीसरे ने बेच दी जमीन

अयोध्या में मंदिरों की संपत्ति का बड़ा मामला, दो पक्षों में दावेदारी का संघर्ष, तीसरे ने बेच दी जमीन

अयोध्या में राम पथ के चौड़ीकरण के लिए राजस्व विभाग के दस्तावेजों के पन्ने जैसे-जैसे खुल रहे है वैसे-वैसे दफन रहस्यों से भी पर्दा उठ रहा है। इस पर्दाफाश से पीढ़ियों से काबिज लोगों को झटका भी लग रहा है। हाल यह है कि काबिज कोई है, स्वामित्व का मुकदमा कोई लड़ रहा है और जमीन का बैनामा कोई तीसरा कर रहा है। राजस्व महकमे के अधिकारी व कर्मचारियों को छोड़कर हकीकत से कोई भी वाकिफ नहीं है। वह भी जो मुकदमा लड़ रहे है, वह भी हवा में तीर चलाते आ रहे है। भाषा की अज्ञानता या विशेषज्ञों की कमी के कारण किसी को भी फारसी में लिखित अभिलेखों में दर्ज हकीकत नहीं पता नहीं थी।

मंदिरों के दो पक्षों में चलता रहा दावेदारी का मुकदमा

यही कारण है कि राजगोपाल मंदिर जिसमें ट्रस्टियों की ओर से नियुक्त वर्तमान महंत कौशलकिशोर शरण फलाहारी है लेकिन इस मंदिर की सीतापुर स्थित सम्पत्ति पर दूसरे महंत काबिज है। इसके अलावा वसीयत का आधार एक अन्य महंत राजेश दास भी अपनी दावेदारी के लिए सिविल कोर्ट में मुकदमा लड़ रहे है। कोर्ट के आदेश से राजगोपाल मंदिर की सम्पत्तियों को फ्रीज कर रिसीवर तैनात कर दिया गया है। अयोध्या में रिसीवर का चार्ज पदेन एसडीएम सदर के पास है। हाल में एसडीएम सदर की ओर से स्थानीय किराएदारों की मीटिंग की गयी थी और उनसे आठ रुपरे वर्गमीटर की दर से किराया नियत करने का प्रस्ताव किया था। फिलहाल सहमति न होने से अभी कोई निर्णय नहीं हो सका।

दशरथ महल के महंत ने सरकार को लिख दी जमीन

उधर 14 नवम्बर 2022 को राम पथ के चौड़ीकरण के लिए खेवटदार बिंदुगद्याचार्य महंत देवेन्द्र प्रसादाचार्य की ओर से राज्यपाल के नाम आवश्यक भूमि की रजिस्ट्री कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया कि मीरापुर डेराबीबी राजस्व गांव में राज्यपाल के नाम गाटा संख्या 88 मि., 87 मि., 187 मि., 118 मि., 189 मि., में करीब 1622.6 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की रजिस्ट्री हो गयी है। रजिस्ट्री के मुताबिक इस भूमि का मूल्य छह करोड़ 14 लाख 70 हजार 600 निर्धारित है। खास बात यह है कि गाटा संख्या 187 मि. व 118 मि. में राजगोपाल मंदिर, लाडली प्रसाद मंदिर व बाराबंकी मंदिर का हिस्सा शामिल है जबकि 88 मि. व 189 में बल्लीपुर मंदिर व राघवराम मंदिर भी शामिल है।


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