
मकर संक्रांती पर रामलला होंगे विराजमान
राम जन्मभूमि में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। ट्रस्ट क का दावा है कि अगले 1 वर्ष में भगवान राम लला के गर्भ ग्रह सहित पांच मंडप को तैयार कर लिया जाएगा और जनवरी 2024 मकर संक्रांति के दिन भगवान राम लल्ला विराजमान हो जाएंगे।
166 पिलर से बनेगा मंदिर का भूतल
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर मार्ग में अब तक 35% कार्य हो चुका है। मंदिर के भूतल निर्माण में 60 प्रतिशत कार्य किया गया है। मंदिर में 166 पिलर लगाए जा रहे हैं।
मंदिर गर्भगृह सहित बन रहे 5 मंडप
जिसमें भगवान की गर्भगृह सहित सिंह द्वार, नृत्य मंडप, रंग मंडप, गुड़ मंडप और दोनों तरफ कीर्तन मंडप का निर्माण हो रहा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक राजस्थान के पत्थरों से मंदिर को तैयार किया जा रहा है इन पत्थरों पर वैदिक परंपरा के मुताबिक नक्काशी की गई है।
3 शिफ्ट में कार्य कर रहे 300 मजदूर
मंदिर निर्माण के लिए एलएनटीऔर टाटा के लगभग 300 से अधिक वर्कर 3 शिफ्टों में कार्य कर रहे हैं। इसके लिए चार क्रेन टावर, 10 छोटे क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
800 मीटर की परिधि में बन रहा परकोटा
मंदिर के चारों तरफ से लगभग 8 एकड़ की परिधि में मंदिर के तर्ज पर परकोटा निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। इस परकोटे में तीन अलग-अलग द्वार भी होंगे। जिन्हें राजस्थान के पत्थरों से ही तैयार किया जाएगा। ट्रस्ट के मुताबिक 800 की परिधि में बनने वाले परकोटा में लगभग 17 लाख घनफुट पत्थर लगेंगे।
गर्भगृह के चारों ओर बन रहा 4 मीटर चौड़ा परिक्रमा मार्ग
गर्भगृह के चारों तरफ बन रहे मोटी दीवारों पर भी अलग-अलग दिशाओं में देवी देवताओं के छोटी मूर्तियां लगाई जाएंगी। जो मंदिर के गर्भगृह को सुशोभित करेंगे। गर्भगृह के चारों तरफ 4 मीटर चौड़े परिक्रमा मार्ग को भी तैयार किया जा रहा है।
Published on:
13 Jan 2023 05:32 pm
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