18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ayodhya : जानिए क्यों गिरा दिया गया प्राचीन हनुमान गढ़ी का ऐतिहासिक द्वार, जहां आये थे पीएम मोदी

अयोध्या में हनुमान गढ़ी पर बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर बढ़ाई जा रही सुविधा

2 min read
Google source verification
हनुमान गढ़ी का हो रहा कायाकल्प

हनुमान गढ़ी का हो रहा कायाकल्प

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पहले आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए राम मंदिर के साथ भक्त हनुमान के मंदिर को भी भव्यता दिया जा रहा है। आज हनुमान गढ़ी मंदिर के निकास द्वार को चौड़ा करने के साथ सौंदर्यीकरण किए जाने को लेकर देर शाम प्राचीन द्वार को गिराया गया।

मंदिर को भव्यता देने का काम शुरू

बताते चले की हनुमानगढ़ी मंदिर अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक है हजारों वर्ष पहले यह मंदिर एक टीले के रूप में था। जिसे भव्यता देते हुए भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया था। इसके अंदर बने कमरे और द्वार को एक सीमित दायरे के तहत बना हुआ है। इस स्थान पर पीएम मोदी ने अपना सिर झुकाया था। जिसके बाद इस स्थल को विकसित किया जा रहा है।

हनुमान गढ़ी का हो रहा कायाकल्प

पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञान दास की उत्तराधिकारी महंत संजय दास बताते है कि प्रभु राम का मंदिर दिव्य और भव्य बन रहा है। 22 जनवरी को अपने भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे। इसको देखते हुए अयोध्या का कायाकल्प हो रहा है इसके साथ ही हनुमान जी का जो मंदिर है इसे भी सुंदर बनाने के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं। और आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का दिक्कत ना हो इस हिसाब से इस निकास के द्वार को चौड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को रामलला के साथ हनुमान जी का भी दर्शन सुलभता से साथ हो सके।

मंदिर में आसानी से कर सकेंगें दर्शन

वही कहा कि यह द्वार बहुत ही ऐतिहासिक और प्राचीन है इसे 700 या 500 वर्ष की गणना नहीं की जा सकती है। और अयोध्या के राजा हनुमान जी हैं जो रामकोट का यह मुख्य द्वार है जहां पर हनुमान जी विराजमान है। जिससे इस स्थान पर आने वाले श्रद्धालुओं को सरलता बजरंग बली का दर्शन कर रामलला का दर्शन कर सके।


बड़ी खबरें

View All

अयोध्या

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग