हम नहीं चाहते कोई विवाद इकबाल अंसारी ने कहा कि इससे पहले भी जब हाईकोर्ट ने तीनों पक्षकारों को बराबर भूमि सौंपी थी, उस समय भी सबसे पहले निर्मोही अखाड़ा और विश्व हिंदू परिषद सुप्रीम कोर्ट गए थे। बाद में हमने अपना पक्ष कोर्ट में रखा था। हम पहले भी विवाद नहीं चाहते थे और आज भी कोई विवाद नहीं चाहते हैं। हम अपना हक सिर्फ बाबरी मस्जिद की जमीन पर जता रहे हैं, बाकी जमीन से हमें कोई लेना देना नहीं है। इकबाल अंसारी ने पत्रिका टीम से खास बातचीत के दौरान कहा कि हमेशा जब जब चुनाव आता है, तब तमाम राजनैतिक दल और सरकार राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर कुछ न कुछ नया करती हैं। हो सकता है इस बार भी कुछ ऐसा ही हो। बहरहाल हम कोर्ट से गुजारिश करते हैं कि जल्द से जल्द इस मुकदमे का फैसला हो, जिससे हमें न्याय मिले।