
Ram Mandir Babari Masjid Case : बाबरी के मुद्दई इकबाल अंसारी का बड़ा इल्ज़ाम सियासत के कारण नही हो सका विवाद पर समझौता
अयोध्या : राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद ( Ram Janm Bhoomi babari masjid Case ) को आपसी समझौते के जरिए हल करने की सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) की कोशिश फेल होने के बाद अयोध्या में बाबरी मस्जिद ( Babari Masjid ) राम मंदिर ( Ram Mandir ) पक्षकारों ने बयान दिया है . इस मुकदमे से जुड़े अहम पक्षकार निर्मोही अखाड़ा ( nirmohi akhada ) अयोध्या शाखा के महंत दिनेंद्र दास ( Mahant Dinendra Das ) ने कहा कि हमें बस कोर्ट के फैसले का इंतजार है . हम पहले भी कह रहे थे कि जब सभी प्रमाण उपलब्ध हैं तथ्य न्यायालय के समक्ष हैं . ऐसे में विलंब का कोई प्रश्न नहीं है सबूतों गवाहों और तथ्यों के आधार पर न्यायालय अपना निर्णय दे .जिसे हम सभी स्वीकार करेंगे उस स्थान पर भगवान राम का ( Ram Mandir ) मंदिर था यह स्पष्ट हो चुका है और अब न्यायालय का फैसला आने से भी देरी नहीं है .अब हमें सिर्फ न्यायालय के फैसले का इंतजार है न्यायालय अब जल्द से जल्द इस अपना फैसला सुनाए .
इकबाल अंसारी ने कहा आपसी बातचीत से बन सकती थी बात लेकिन इस बार भी इस मुद्दे पर राजनीती रही हावी
वही बाबरी मस्जिद ( babari Masjid Case ) मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ( Iqbal Ansari ) ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court on Ram Mandir ) अब नियमित रूप से इस मुकदमे की सुनवाई करने जा रहा है यह अच्छी बात है . हम चाहते हैं कि इस विवाद का जल्द से जल्द निस्तारण हो .आज का दिन इस मुकदमे के लिए बहुत अहम है ,आज सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court Hearing On Ram Mandir Case )ने यह तय कर लिया है कि अब 6 अगस्त से इस मुकदमे की नियमित सुनवाई होगा . हम पहले भी यही कहते रहे हैं इसकी नियमित सुनवाई की जाए और इस मुकदमे का फैसला जल्द आना चाहिए . न्यायालय सबूत और गवाहों के आधार पर निर्णय करता है और यह सब न्यायालय के समक्ष उपलब्ध है अब फैसला आना चाहिए . अभी तक इस मामले को लेकर पूरे देश भर में लोग राजनीति करते रहे ,इसी वजह से यह विवाद हल नहीं हो सका . अगर इसमें राजनीति ना हुई होती तो अब तक इस विवाद का हल हो जाता .
Published on:
02 Aug 2019 04:21 pm
बड़ी खबरें
View Allअयोध्या
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
