
भूमि पूजन के बाद अब चर्चा मंदिर की भव्यता और इसके पूरा होने को लेकर शुरू हो गयी है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अयोध्या. राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन हो गया। अब चर्चा मंदिर की भव्यता और इसके पूरा होने को लेकर शुरू हो गयी है। भुवनेश्वर से आए वी सार्थ पारथी के पास मंदिर का पूरा खाका है। हनुमानगढ़ी के आगे एक दुकान से अभी-अभी छपकर आयी राममंदिर की पुस्तिका के वे पन्ने उलट रहे हैं। साथ ही मंदिर की विशेषता भी अपने साथियों को बता रहे हैं। विस्मय और कौतुहल से वे प्रस्तावित मंदिर की तस्वीर देख रहे हैं। वे लगभग चिल्लाते हुए अंदाज में बताते हैं साढ़े नौ किलो चांदी के सिंहासन पर बैठेगें रामजी। भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण के लिए भी चांदी का सिंहासन बनेगा। गर्भगृह और कलश सोने का होगा। 84 कोस दूर दिखेगी मंदिर की पताकाएं। तभी कलकत्ता से उनके साथ आए नवीन घोषाल बात को आगे बढ़ाते हैंशहर के चारो कोनों से दिखेगा स्वर्ण कलश। दिव्य, अनुपम और अलौकिक होगा मंदिर।
आइए जानते हैं कैसा होगा मंदिर
राम मंदिर करीब साढ़े तीन साल में बनकर तैयार होगा। अयोध्या के बाजारों में बिक रही बिक रहीं पुस्तिकाओं में मंदिर का क्षेत्रफल 84600 वर्ग फीट दिया गया है। 360 फीट लंबा और 235 फीट चौड़ा होगा मंदिर। गर्भग्रह और रंगमंडप के बीच गूढ़ मंडप होगा। दायें-बाएं अलग-अलग कीर्तन व प्रार्थना मंडप होगा। मंदिर में कुल छह शिखर होंगे। एक मुख्य और पांच उपशिखर होंगे। मंदिर तीन तल का होगा। प्रत्येक तल पर 8 फीट व्यास वाले 106 स्तम्भ होंगे जो 14 से 16 फीट तक ऊंचे और आठ फीट व्यास वाले होंगे। प्रत्येक स्तम्भ यक्ष-यक्षणियों की16 मूर्तियां होंगी। मंदिर में रामलला साढ़े नौ किलो चांदी से निर्मित सिंहासन पर विराजमान होंगे। भाइयों के लिए भी रजत सिंहासन बनेगा। मंदिर में तीन लाख टन बलुआ पत्थर लगेगा।
Published on:
05 Aug 2020 04:27 pm
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