
पुलिस अयोध्या की एंट्री पर ही कर रही है तलाशी
राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ अयोध्या घूमने आने वालों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन एक खास किस्म की समस्या भी बढ़ रही है। ये समस्या शराब से जुड़ी है।
असल में अयोध्या के 15 किलोमीटर की परिधि में शराब की बिक्री और पीने पर भी प्रतिबंध है। क्षेत्र में एक भी शराब का ठेका नहीं है और ना ही इस क्षेत्र में शराब को लेकर जा सकते हैं।
संतों की माने तो अयोध्या साधु संतों की सात्विक और सांस्कृतिक नगरी है। यहां पर किसी भी प्रकार के मदिरे के सेवन को वर्जित रखा गया है।
लीकर बैन के पीछे अयोध्या की शास्त्रीय सीमा यानी पंचकोसी परिक्रमा है
अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा तो 84 कोसी परिक्रमा के अंतर्गत माना गया है। लेकिन राम नगरी की शास्त्रीय सीमा पंचकोसी परिक्रमा है। अयोध्या आने वाले यात्री शराब का शौक न रखें। नहीं तो पकड़े जाने पर पुलिस कार्रवाई कर जेल भेज देगी।
प्रदेश सरकार ने अयोध्या क्षेत्र में धार्मिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए शराब के सेवन और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है।
अंग्रेजी ही नहीं किसी भी किस्म की मदिरा नहीं ला सकते
राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्म स्थली है। जिसे वैदिक और प्राचीन नगरी के रूप में जाना जाता है। क्षेत्र में हमेशा अंग्रेजी शराब प्रतिबंधित रहा है इस क्षेत्र में नहीं कोई शराब बिक्री की जा सकती है और ना ही पीने की अनुमति है।
क्यों किया नगरी साधु संतों की और सात्विक नगरी है 8000 से ज्यादा मठ मंदिर अयोध्या में है जहां पर निरंतर भगवान के भजन और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।
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अयोध्या में चलाया जा रहा चेकिंग अभियान
अयोध्या नगर पुलिस अधीक्षक मधुबन सिंह ने बताया कि अयोध्या धार्मिक दृष्टि से होने के नाते क्षेत्रों में शराब की बिक्री और शराब पीने को लेकर प्रतिबंध है। इसको लेकर समय-समय पर पुलिस अधिकारियों के द्वारा प्रवेश मार्ग और चौराहों पर चेकिंग अभियान चलाया जाता है।
पकड़े जाने के बाद उनके विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाती है। तो वहीं अवैध रूप से शराब बेचने वालों को पर भी कार्रवाई कर जेल भेजा जाता है।
Published on:
14 Jan 2023 05:45 pm
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