
ये कैसा योगी का सुशासन : सरेआम रेस्टोरेंट से एक युवक का अपहरण चार दिन बाद रेल ट्रैक पर मिली लाश
अयोध्या : प्रदेश में सुशासन का नारा देने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में दिनदहाड़े होने वाले अपराधों में एकाएक इजाफा होता नजर आ रहा है | चाहे आगरा में बार एसोसिएशन की अध्यक्ष की हत्या का मामला हो चाहे शामली में एक वर्दीधारी द्वारा एक पत्रकार की निर्मम पिटाई | इन घटनाओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा दिया है | वहीं राजधानी से सवा सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित अयोध्या जिले के व्यस्ततम सिविल लाइन इलाके से 4 दिन पूर्व अपहृत किए गए युवक की लाश पड़ोसी जनपद गोंडा में रेलवे ट्रैक पर पड़ी पाई गई | शर्मनाक बात ये है कि जहां इस युवक की तलाश को लेकर परिजन पुलिस अधिकारियों के दरवाजे पर गुहार लगा रहे थे ,वहीँ अयोध्या कोतवाली से महज़ 50 किलोमीटर दूर उसी युवक के शव का पुलिस ने लावारिस मान कर अंतिम संस्कार कर देती है जिसकी तलाश अयोध्या पुलिस को थी | जबकि इस अपहरण को लेकर पूरे शहर में हंगामा हो रहा था और तमाम राजनीतिक दल के नेता पुलिस पर कार्रवाई को लेकर दबाव बना रहे थे |
गोंडा पुलिस ने युवक का शव मिलने के बाद नही किया शिनाख्त का प्रयास 72 घंटे से पहले ही करा दिया अंतिम संस्कार
बेहद सनसनीखेज घटनाक्रम में 4 दिन पूर्व शहर के सिविल लाइन इलाके में वारदात के शिकार हुए युवक मनोज शुक्ला अपने कुछ साथियों के साथ एक होटल में शाम के वक्त खाने पीने में मशगूल था इसी बीच उसके एक अन्य दोस्त से किसी बात को लेकर वाद विवाद हुआ और दोनों होटल में झगड़ने लगे | तत्काल होटल मालिक ने इसकी जानकारी झगड़ रहे लड़कों में से एक लड़के के बड़े भाई डॉ आशीष सिंह को दे दी | जिसके बाद मौके पर पहुंचे आशीष सिंह ने पहले अपने भाई की पिटाई की और उसके बाद मनोज शुक्ला की जमकर पिटाई की और दोनों को जबरिया अपनी कार में बैठाकर वहां से चले गए | घटना की खबर जब मनोज शुक्ला के घर के लोगों को हुई तो उन्होंने अपने बेटे की तलाश की लेकिन उसका कुछ नहीं पता चला | जिसके बाद उन्होंने पुलिस में आशीष सिंह के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया | पूरी रात परिवार के लोग और परिजन मनोज की तलाश करते रहे लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला | वही पेशे से एक प्राइवेट कालेज में प्रवक्ता आशीष सिंह का भी पुलिस को कोई पता नहीं चला था |
मृतक की तस्वीर और कपड़ों से हुई पहचान पहले अपहरण फिर ह्त्या का परिजनों ने लगाया है आरोप
घटना के तीसरे दिन आशीष सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया लेकिन फिर भी पुलिस अपहृत किए गए युवक मनोज का कोई पता नहीं लगा पाई थी | जिसके बाद शनिवार की दोपहर यह जानकारी मिली अयोध्या से सटे गोंडा जनपद के मसकनवा इलाके में 3 दिन पहले एक युवक का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था | जिसके बाद पुलिस ने शव के शिनाख्त की कोशिश भी ढंग से नहीं की और बिना 72 घंटे इंतज़ार किये लावारिस के रूप में मनोज शुक्ल का अंतिम संस्कार कर दिया | वहीं मृतक की तस्वीर और कपड़ों के जरिए मृतक के परिजनों ने मनोज शुक्ला की शिनाख्त की है | घर के बेटे की मौत से आहत परिवार और मोहल्ले के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया ,और पहले उन्होंने पुलिस लाइन और शहर के सिविल लाइन इलाके में सड़क पर हंगामा किया | पीड़ित परिवार का आरोप है कि आशीष सिंह ने उनके बेटे का पहले अपहरण किया और उसके बाद पीट-पीटकर हत्या करने के बाद उसके शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया | फिलहाल आरोपी युवक पुलिस हिरासत में है और पुलिस मामले की जांच कर रही है |
Published on:
15 Jun 2019 08:05 pm
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