
Ayodhya News: रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पहले लोगों तक राम मंदिर से जुड़े संघर्षों और बलिदानों की गाथा पहुंचेगी। यह पूरी गाथा सिर्फ तीन नंबरों के कोड में छुपी है, जिसको दिसंबर 2023 में डिकोड कर दिया जाएगा। यह कोड है 695। इसका हर नंबर अपने अंदर एक पूरी कहानी छुपाए हुआ है। आइए जानते हैं कि कोड 695 क्या है और इसके पीछे छिपी पूरी कहानी क्या है।
दरअसल, जनवरी 2024 में भगवान राम अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। रामलला के विराजमान होने से पहले अयोध्या और राम मंदिर पर एक फिल्म बनाई जा रही है, जिसका नाम 695 रखा गया है। तीन अंकों के इस कोड के पीछे कई दशकों नहीं बल्कि सदियों की कहानी छुपी हुई है, जो राम मंदिर से जुड़ी कहानियां बयां करता है।
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कोड 695 और उसके पीछे की कहानी
कोड 695 में सबसे पहला अंक 6 है। इसका मतलब है 6 दिसंबर 1992 जब बाबरी ढांचा विध्वंस हुआ था। दूसरा नंबर 9 का मतलब है 9 नवंबर 2019, जिस दिन सुप्रीम कोर्ट से राम जन्मभूमि मंदिर के पक्ष में फैसला आया था। कोड में शामिल आखिरी नंबर 5 का मतलब है 5 अगस्त 2020, वो दिन जब PM नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के पहले भूमि पूजन किया था। इस तरह अयोध्या के श्री राम मंदिर का पूरा इतिहास कोड 695 में छिपा हुआ है।
Updated on:
04 Oct 2023 02:43 pm
Published on:
04 Oct 2023 02:42 pm
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