
मंदिर कार्यशाला में हलचलें तेज, अधूरे नक्काशीदार पत्थरों को तैयार करेंगे आये कारीगर
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अयोध्या. राम मंदिर की नींव प्लिंथ तैयार किये जाने बाद पत्थरों के कार्य को शुरू कर दिया जाएगा। लेकिन इसके पूर्व निर्माण में लगने वाले पत्थरों पर नक्काशी के कार्य पूरा किये जाने के लिए कार्यशाला को प्रारंभ किया गया है. जयपुर से आए 8 कारीगरों ने कार्यशाला में पत्थरों को तरासी किए जाने के लिए कार्य शुरू कर दिया है।
पत्थरों पर अधूरे नक्काशी को पूरा करने के लिए बुलाये गए कारीगर
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिनों में प्लिंथ जब ऊंचा हो जाएगा तो पत्थर लगाने का काम शुरू होगा। पहले भूतल के पत्थर की लगाई जाएंगे। लेकिन तैयार रखें कुछ पत्थर अधूरे हैं उन अधूरे पत्थरों की नक्काशी पूरी कर ली जाए। कुछ खदान से रॉ पत्थर रखें है। उन पर नक्काशी शुरू कर दी जाए। अभी कोई पत्थर खरीदा नहीं गया यह सब अधूरे पत्थर पर आधी नक्काशी हो गई आधी अभी होनी बाकी है जो कि लगभग 15 साल से रखें है। रॉ मेटेरियल वह भी लगभग 6 साल से रखा है यहां रखे हैं। यहां कारीगर लाकर अधूरे काम को पूरा कर ले यह सुझाव यह विचार आया जिस पर लार्सन टूब्रो व सोनपुरा ने भी सहमति दी है। इसलिए 8 कारीगर आ गए हैं। जब हाथ तेजी से चलने लगेगा। तो आवश्यकतानुसार 10 कारीगर और आ जाएंगे। और अधूरे काम पूरे हो जाएंगे। पहले वही पत्थर लगना है जो यहां रखा है। तब तक राजस्थान का काम शुरू हो जाएगा। आज यह सामान्य सी भूमिका है आधी नक्काशी 15 वर्ष पहले ही हो चुकी थी। शेष रुक गई थी उसको पूरा करना है।
राजस्थान में ही चलाई जाएंगी मंदिर निर्माण कार्यशाला
ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि 50 हजार घंटे पत्थर नक्काशी करके यहां रखा हुआ है लेकिन मंदिर निर्माण पर लगभग 4 लाख घन फुट पत्थर लगने वाला है। जो कि अभी तक बुरे कार्य का 1/8 कार्य हुआ है। आगे कार्य प्रारंभ किया। यही भूतल का मौलिक है। वही बताया कि आगे राजस्थान से निकलने वाले पत्थरों को वहीं पर ही तरस आ जाएगा वही कहा कि यदि राजस्थान में ही पत्थरों की तरह ही की जाएगी तभी कार्य पूरा हो पाएगा यहां तलाशी का कार्य किए जाने के बारे में सोचा तो नहीं हो सकता वह बताया कि अभी पत्थर निकलने का कार्य राजस्थान में नहीं शुरू हुआ जिन खदानों के लिए कार्य किया गया है वह अभी प्रारंभ नहीं हुआ है। मंदिर निर्माण का कार्य तभी हो सकेगा जब पत्थरों की तरह सी का कार्य राजस्थान में किया जाए वर्तमान में अभी खदानों से पत्थर निकलने का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ जिन खदानों के लिए कार्य किया गया है वह अभी शुरू नहीं हुआ है उसकी प्रक्रिया अभी चल रही है। ककरिया भी चल रही है
Published on:
02 Sept 2021 03:59 pm
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