
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस उद्घाटन कार्यक्रम में पूजा-पाठ सहित दूसरे कामों के लिए 24 पुजारियों का चयन हुआ है। ऐसे में उन 24 पुजारियों को खास ट्रेनिंग दी जा रही है। खास बात यह है कि इन पुजारियों में ब्राह्मण के अलावा SC और OBC वर्ग के पुजारी भी हैं।
तीन पुजारी ब्राह्मण वर्ग से नहीं रखते ताल्लुक
दरअसल, 22 जनवरी को होने वाले उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होंगे। इसमें करीब 7 हजार वीआईपी, वीवीआईपी को कार्यक्रम में इनविटेशन दिया गया है। ऐसे में 24 चयनित पुजारी राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूजा पाठ की बागडोर संभालेंगे। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि इन पुजारियों में सभी ब्राहम्ण वर्ग से ताल्लुक नहीं रखते हैं। बल्कि तीन पुजारी ऐसे हैं जो ब्राह्मण नहीं हैं। इनमें से एक ओबीसी वर्ग (OBC) से है जबकि दो अनूसूचित जाति (SC) से हैं।
योग्यता को बनाया मानक
दरअसल, राम मंदिर के लिए पुजारियों का चयन जाति नहीं बल्कि योग्यता को मानक बनाकर किया गया है। एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का कहना है कि प्रभु राम ने सबरी के जूठे बेर खाए थे। जब उन्होंने जाति-पाति और ऊंच नीच नहीं देखा तो राम मंदिर के पुजारियों के सिलेक्शन के समय उनकी जाति नहीं योग्यता को ज्यादा महत्व दिया जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले भी राम मंदिर के मुख्य पुजारी अन्य पिछला वर्ग से आते थे।
राम मंदिर के लिए लगभग 300 पुजारियों ने इंटरव्यू दिया था। इनमें से 24 लोगों का चयन किया गया है। आपको बता दें कि सभी पुजारियों की रामामंगी परंपरा के मुताबिक 3 महीने ट्रेनिंग चलेगी।
Updated on:
03 Jan 2024 03:39 pm
Published on:
03 Jan 2024 03:38 pm
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