
Sc अधिवक्ता भक्ति वर्धन सिंह ने कहा रिव्यू का ऑफशन नहीं
अयोध्या : रामजन्मभूमि के पक्ष में आए फैसले के बाद अयोध्या दौरे पर रहे सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ताओं ने रामलला का दर्शन कर राम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला में रखे तराशे गए पत्थरों को देखा इस दौरान अधिवक्ताओं ने मंशा जाहिर की है कि अब राम मंदिर निर्माण में कोई अड़चन नहीं आ सकती है। वहीँ अधिवक्ता भक्ति वर्धन सिंह ने रिव्यू को लेकर साफ कर दिया कि सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू के लिए कोई रास्ता नही है।
उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता भक्ति वर्धन सिंह ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड रिव्यू के लिए आगे आया है जबकि अयोध्या विवाद में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कभी पक्षकार नही रहा। वही बताया कि एक पक्ष के फैसले में रिव्यू के लिए कम चांस है। और सीपीसी में जो भी रिव्यू के ग्राउंड है कोई भी इन लोगो के पास उपलब्ध नही है।जिससे सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू लिया जा सकें। वहीं इस दौरान बताया कि आज 500 वर्षों का यह विवाद समाप्त हुआ है 1528 से राम मंदिर को लेकर संघर्ष चला । लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर निर्माण होना है।
Published on:
25 Nov 2019 12:07 am
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