
Ayodhya Junction Railway station
अयोध्या : राम नगरी अयोध्या में मॉडल स्टेशन बनाने की घोषणा के इतने माह बीत जाने के बाद भी यात्री सुविधाओं के नाम पर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। 20 फरवरी को रेल मंत्री के आने पर रातों रात रेलवे स्टेशन के बाहरी क्षेत्र को चमका दिया गया उसके बाद कुछ काम नही हुआ। नगरी का एकमात्र रेलवे स्टेशन है जो कि धीरे- धीरे कुरूप होता जा रहा है । रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर कुछ वर्ष पूर्व बनाई गई रेलिंग धीरे धीरे ढह रही है। पानी की टोटियां काम नहीं कर रही हैं मात्र दो या तीन टिटियों से ही यात्री पानी पी रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं यात्री शेड पुराना होने के कारण टूट गया है। प्लेटफार्म पर बैठने से पहले यात्रियों को अपने हाथ से सफाई करनी पड़ रही है। अयोध्या रेलवे स्टेशन की टूटी रेलिंग न सिर्फ यहाँ की अव्यवस्था को दर्शाती है बल्कि बेहद शम्वेदंशील शहर के संवेदनशील रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की भी तार तार कर रही है .
राम नगरी अयोध्या को मॉडल स्टेशन बनाने की घोषणा के बाद भी नही शुरू हो सका निर्माण कार्य सुरक्षा के लिए भी ये लापरवाही बड़ा खतरा
20 फरवरी को रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने 80 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करते हुए कहा था अयोध्या धार्मिक नगरी , भारत की एक अमूल्य निधि के रूप में विश्व में जानी जाती है । जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तथा विशेष पर्व व मेले के दौरान प्रति दिन लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं एवं भारत में विभिन्न स्थानों से व विदेशी पर्यटकों का आवागमन होता है। इस स्टेशन के महत्व एवं उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए यात्रियों को अधिकाधिक आधुनिक सुविधाओं को प्रदान करने के लिए विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन का एक सार्थक प्रयास करने की घोषणा करते हुए कहा था कि स्टेशन के पश्चिमी छोर पर वाहनों के आवागमन हेतु भूमि अधिग्रहण की जाएगी। प्रस्तावित विकास कार्य में अयोध्या के इतिहास का चित्रण करने वाले भित्ति चित्रों को प्रदर्शित किया जाएगा जो शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा । कहा था नए स्टेशन भवन की तरफ निजी कारों टैक्सी, बसों आदि के लिए विस्तृत पार्किंग क्षेत्र का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त यात्री सुविधाओं में वृद्धि का प्रावधान रहेगा ।
Published on:
11 Jun 2018 11:02 am
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