
राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण को लेकर हरकत में आई NSG सुरक्षा
अयोध्या. राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण की तैयारी है। अगले 3 माह के बाद मंदिर का गर्भगृह अपना आकार लेने लगेगा। लेकिन इसकेेे साथ ही परिसर की सुरक्षा को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार की चिंताएं भी बढ़ गई है। इसके लिए अब देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी NSG की भी हरकत तेज हो गई है। शुक्रवार को एनएसजी के अधिकारीयों ने लगभग 10 घण्टे में श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का निरीक्षण के बाद घण्टों तक उच्च अधिकारियों के साथ मंथन भी किया है।
एनएसजी की टीम ने किया राम जन्मभूमि परिसर का भ्रमण
देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी नेशनल सुरक्षा गार्ड की टीम असिस्टेंट कमांडेंट स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में लगभग 1 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंची। और लगभग 4:00 बजे तक पूरी टीम राम जन्मभूमि परिसर का भ्रमण किया और सुरक्षा संबंधित जानकारी ली। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनएसजी की टीम ने श्री राम जन्मभूमि परिसर में मौजूदा सुरक्षा प्लान, एंट्री और एग्जिट प्वाइंट, मंदिर निर्माण के लिए आने वाली सामग्री के साथ मौजूद लोगों और वाहनों की चेकिंग प्रणाली, बीआईपी दर्शन मार्ग और वहां की सुरक्षा, परिसर के आसपास बसी आबादी के साथ परिसर के इर्द-गिर्द मार्गो और वहां की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी मानचित्र के जरिए समझने की कोशिश की गई। इस दौरान राम जन्मभूमि परिसर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट केेे महासचिव चंपत राय के साथ परिसर के एसपी सुरक्षा व सीआरपीएफ, पीएससी के अधिकारियों के साथ भी वार्तालाप किया है।
मंदिर निर्माण होने के साथ अपग्रेड होगी सुरक्षा
बताया जाता है कि एनएसजी टीम के सुझाव के बाद श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का हाईटेक प्लान तैयार किया जाएगा । एनएसजी टीम का अयोध्या दौरा इसी सुरक्षा प्लान का हिस्सा है । वही बताते हैं कि हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद अगर कोई आपात स्थिति आती है तो उसके लिए आगे का प्लान क्या रहेगा। यह भी इसी सुरक्षा प्लान का हिस्सा होगा। मंदिर निर्माण होने के साथ सुरक्षा प्लान भी धीरे-धीरे अपग्रेड किया जाएगा। और 2024 में श्री राम जन्मभूमि मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खोले जाने के पहले यह सुरक्षा प्लान पूरी तरह हरकत में होगी।
परिसर की सिक्योरिटी प्लान पर हुआ मंथन
श्री राम जन्मभूमि परिसर के निरीक्षण करने के बाद एनएसजी की टीम ने अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे समेत पुलिस के कई उच्च अफसरों के साथ लगभग 2 घंटे से अधिक समय तक विचार विमर्श किया । इस बातचीत की इसकी पुष्टि करते हुए एसएसपी शैलेश पांडे ने कहा कि यह सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय है इसलिए किन बिंदुओं पर विचार वमर्श हुआ इसके बारे में वह कुछ नहीं बता सकते । हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि आपातकालीन स्थिति में सिक्योरिटी प्लान क्या होगा और किस तरह की सुरक्षा रणनीति अपनाई जाएगी इसके बारे में विचार विमर्श हुआ है।
Published on:
09 Apr 2022 12:05 am
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