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गाजियाबाद के मोहित पाण्डेय बनेंगे राम मंदिर के पुजारी, जानें योग्यता और कितनी मिलेगी सैलरी?

भगवान राम लला की पूजा और अर्चना के लिए पुजारी की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए दूधेश्वर के विद्यार्थी रहे मोहित पांडे का चयन अयोध्या के पुजारी के लिए हुआ है। मोहित को छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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student of shri dudheshwar ved vidyapeeth mohit pandey become priest in ram lala temple in ayodhya know

दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के विद्यार्थी मोहित पाण्डेय राम मंदिर में पुजारी बनेंगे।

राम मंदिर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर को तैयार किया जा रहा है जोकि, 22 जनवरी को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। इसके लिए निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं। इसके लिए पीएम मोदी सहित कई बड़ी हस्तियों को निमंत्रण पत्र मिल चुका है। वहीं, अयोध्या में भगवान राम लला के पूजा और अर्चना के लिए पुजारी के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है।

अयोध्या के श्रीराम मंदिर में पुजारी के रुप में दूधेश्वरनाथ वेद विद्यापीठ के छात्र मोहित पांडेय का चयन हुआ है। लगभग 3000 हजार पुजारियों के इंटरव्यू में से 20 का चयन किया गया है जिसमें से एक मोहित भी शामिल हैं। चयनित सभी पुजारियों को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद नियुक्ति होगी।

आचार्य की पढ़ाई के लिए तिरुपति गए थे मोहित
वेद विद्यापीठ के आचार्य लक्ष्मीकांत पाढ़ी ने बताया कि मोहित सीतापुर का रहने वाले हैं। मोहित ने दूधेश्वरनाथ वेद विद्यापीठ में सात साल तक सामवेद की शिक्षा ली। सामवेद की शिक्षा पूरी होने के बाद आचार्य की पढ़ाई के लिए तिरुपति चले गए। आचार्य की डिग्री लेने के बाद वह पीएचडी की तैयारी भी कर रहे हैं। इस बीच उन्होंने राम मंदिर के पुजारी के लिए भी आवेदन किया था, जिसमें उनका चयन हो गया है।

दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत नारायण गिरि ने बताया कि यह पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। इससे पहले आचार्य तयोराज उपाध्याय और आचार्य नित्यानंद को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है।

क्या होनी चाहिए योग्यता?
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा के मुताबिक आवेदकों की आयु 20-30 साल होनी जरूर है। इसके साथ ही आवेदक ने 6 माह की श्री रामनन्दनीय दीक्षा ली हो और गुरकुल शिक्षा पद्धति से पढ़ाई होनी अनिवार्य है। इसके साथ ही ट्रेनिंग के दौरान अर्चकों को रहने खाने की भी व्यस्था रहेगी।

कितना मिलती है सैलरी?
श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी हाल ही में पुजारियों के वेतन बढ़ाया था। ट्रस्ट ने मई में पहला इंक्रीमेंट देते हुए मुख्य पुजारी को 25 हजार रुपये और सहायक पुजारियों को 20000 रुपये देने का निर्णय लिया था। वहीं अक्टूबर महीने में दोबारा मुख्य पुजारी का वेतन 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 32 हजार 900 रुपये और उनके सहायक पुजारियों का वेतन 31000 कर किया है। इससे पहले मुख्य पुजारी को महज 15520 रुपये और सहायक पुजारियों को 8940 रुपये का वेतन मिलता था।

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