अयोध्या.यूपी की सियासत पांच साल बाद एक बार फिर परवान चढ़ने वाली है। साल 2017 यूपी में चुनाव को देखते हुए सभी-छोटे बड़े सियासी दलों ने अपने मोहरे बिछाने शुरू कर दिए हैं। विकास के नाम का एक ऐसा झंडा है, जिसे उठाकर हर साल चुनाव लड़ा जाता है लेकिन सियासतदां ये बखूबी जानते है कि सिर्फ विकास के नाम पर चुनाव लड़कर जीत हासिल करना मुमकिन नही होगा। लिहाजा जब तक सियासत में जाति, धर्म, अगड़ा, पिछड़ा की राजनीति का तड़का न लगे, तब तक चुनावी माहौल ही नहीं बनता है।