
प्रतीकात्मक फोटो
सीबीएसई बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा जनवरी माह में शुरू हो जाएगी। बोर्ड ने परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। इस बार अगर किसी परीक्षार्थी का प्रैक्टिल छूटता है तो उसे दोबारा मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में छात्रों को सावधानी बरतनी होगी।
एक जनवरी से 15 फरवरी के बीच होगी परीक्षा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की प्री-बोर्ड परीक्षा के बीच स्कूलों ने प्रैक्टिकल की तैयारी भी शुरू कर दी है। 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन तथा प्रोजेक्ट मूल्यांकन एक जनवरी से शुरू होंगे। यह परीक्षा 15 फरवरी तक पूरी कर लेनी है। बोर्ड ने इसको लेकर सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी कर दिया है।
छात्रों को दोबारा नहीं मिलेगा मौका
बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश जारी कर दिया है। इसमें स्पष्ट कहा है कि प्रैक्टिकल परीक्षा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार होगी। एक बार परीक्षा छूट जाने के बाद बोर्ड दूसरा मौका नहीं देगा। क्षेत्रीय कार्यालय ने परीक्षा को लेकर स्कूलों व छात्रों को क्या तैयारी रखनी है इस संबंध में भी निर्देश जारी किया है।
स्कूलों के लिए यह है बोर्ड का निर्देश
बोर्ड ने निर्देश में कहा है कि सभी स्कूल प्रायोगिक विषय के पाठ्यक्रम तय समय पर पूण कर लें। लैब व परीक्षा की तैयारी भी दुरुस्त होनी चाहिए। स्कूल समय से छात्रों व उनके अभिभावकों को प्रैक्टिकल परीक्षा के तिथि की जानकारी दें।
किस बच्चे ने क्या विषय लिया है। वह किस श्रेणी में हैं इसकी ऑनलाइन जांच की जाएगी। किसी भी तरह की समस्या होने पर क्षेत्रीय कार्यालय से जानकारी ली जा सकती है। बोर्ड द्वारा नियुक्त बाहरी परीक्षक ही 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा कराएंगे।
छात्र व अभिभावकों को इस बात का देना होगा ध्यान
छात्र और अभिभावकों को इस बात पर ध्यान देना होगा कि उनके बच्चे ने जो विषय लिया है वह जिस श्रेणी में है वह सही है या नहीं। उनके बच्चे ने कौन सा विषय लिया है। किसी भी तरह की समस्या होने पर वे स्कूल से संपर्क कर सकते हैं। बोर्ड द्वारा प्रैक्टिकल को लेकर निर्धारित किए गए नियम का पालन करना होगा। तय समय पर प्रैक्टिकल परीक्षा देनी होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीबीएसई के जिला समन्वयक निलेश श्रीवास्तव का कहना है कि बोर्ड द्वारा घोषित समय सारिणी के अनुसार प्रैक्टिकल परीक्षा एक जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगी। स्कूलों को डेढ़ माह में परीक्षा पूर्ण करानी होगी। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि दोबारा प्रैक्टिकल परीक्षा का मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में स्कूल निर्धारित तिथि के अंदर ही परीक्षा करा लें। अगर कोई स्कूल परीक्षा तय तिथि पर नहीं करा पाता तो उसकी जिम्मेदारी प्रबंधन तंत्र की होगी।
Published on:
13 Dec 2022 11:13 am
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