उन्होंंने कहा कि इस बैंक में खाता खोलना आसान है, घर बैठे मोबाइल/कम्प्यूटर के माध्यम से खाता खोला जा सकता है। यह बैंक अपने ग्राहकों ऋण भी उपलब्ध करायेगी। बैंक काउन्टर के अलावा घर पर भी जाकर डाकिया ग्रामीणों को खाता खोलने में सहयोग करेंगे, इसमें पैसा निकालते समय न बैंक का खाता नम्बर तथा पासवर्ड याद करने की जरूरत नही है। आधार कार्ड के द्वारा बायोमैट्रिक डिवाइस के माध्यम से अंगूठे लगाकर पैसा निकाल सकते हैं। इस बैंक में खाता एक मिनट में खुल जाता है तथा खाता खुल जाने के बाद एक क्युआर कार्ड दिया जायेगा।
डाक विभाग डाकिया के माध्यम से लोगों के डाक के साथ-साथ बैंक साथ में लायेगा। डाकिया के पास एक स्मार्ट फोन तथा एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस रहेगी जिसमें माध्यम से डाकिया लोगों के घर पर जाकर आसानी से उनका खाता आसानी से खोल सकता है। जो ग्रामीण जनता बैंक तक नही आ सकती है ऐसी दशा में इण्डिया पोस्ट पैमेन्ट्स बैंक का कर्मचारी उनके घर जाकर पैसा उपलब्ध करायेगा। इस खाते के माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं की सब्सिडी तथा क्लेम की धनराशि इस खाते में जमा की जा सकती है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि आईपीपीबी का उद्देश्य कैम्पों का आयोजन करके समाज के सभी वर्गां में वित्तीय साक्षरता प्रदान करना है। यह नागरिकों में बचत की आदत को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज के अन्त्योदय का प्रयास करेगा। आईपीपीबी वित्तीय व्यवस्था में बिखराव को समाप्त करने के साथ-साथ लेनदेन में पारदर्शिता लाएगा एवं वित्तीय प्रबंधन में कुशलता के साथ-साथ नकदी रहित लेनदेन को बढ़ावा देगा। इस तरह संक्षेप में आईपीपीबी को हम एक में अनेकों सुविधा युक्त बैंक के रूप में परिभाषित कर सकते हैं।
सांसद नीलम सोनकर ने कहा कि आईपीपीबी भारतीय डाक विभाग के अन्तर्गत केन्द्र सरकार का उपक्रम है जो 150 वर्षां की अवधि से अधिक समय से जनता के साथ अच्छे एवं मधुर सम्बन्ध रखने वाला संगठन है और अपने 1.55 लाख डाकघरों तथा 2.50 लाख पोस्टमैनों/ग्रामीण डाक सेवाकों के माध्यम से समर्पित सेवायें प्रदान करता आ रहा है। डाकघरों की तरह ही आईपीपीबी की सेवायें भी देश के प्रत्येक भाग में प्रत्येक नागरिक तक पहुंचायी जायेगी। यहां तक कि ये सेवाएं डाकघरों की तरह दूरदराज के क्षेत्रों में भी पहुंचायी जाएंगी। इस तरह आईपीपीबी विश्व का सबसे बड़ा बैंक होने के साथ-साथ सबसे ज्यादा पहुंच वाला तथा देश के अन्तिम छोर तक सम्पर्क सूत्र स्थापित करने वाला बैंक होगा।
डीडीजी राजेश सिंह ने कहा कि यह हमारे देश के लिए अभूतपूर्व एवं क्रांतिकारी कदम है। आज के दिन 650 आईपीपीबी शाखाओं तथा 3250 सेवा केन्द्रों में इस सेवा का शुभारम्भ किया जा रहा है। 31 दिसम्बर 2018 तक देश के सभी 1.50 लाख डाकघरों में इसका विस्तार किया जायेगा। इसके माध्यम से हम नागरिक केन्द्रित विभाग के रूप में एक विश्वस्तरीय सेवा प्रदान करने के साथ-साथ अन्त्योदय का प्रयास करेंगे। हम एक ऐसी यात्रा शुरू करने जा रहे हैं जो प्रारम्भ होने के साथ-साथ मीलों तक जाने के लिए निर्धारित है।
इस मौके पर राजेश सिंह, बाल्मीकी आर्या, आरपी यादव सीनियर पोस्टमास्टर, प्रवर अधीक्षक डाकघर आशिष गुप्ता, ब्रांच मैनेजर इण्डिया पोस्ट पैमेन्ट्स बैंक, सांसद लालगंज नीलम सोनकर, अरूण यादव विधायक फूलपुर, पवई, नगर पालिका अध्यक्षा शीला श्रीवास्तव, बीजेपी जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह, जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छवि आदि आदि उपस्थित थे।
By Ran Vijay Singh