7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दारोगा की दबंगई के खिलाफ सड़क पर हिंदू संगठन, एसपी से कार्रवाई की मांग

आजमगढ़ में दरोगा की मौजूदगी में खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाए जाने के मामले ने पकड़ा तूल।

2 min read
Google source verification
Protest

प्रदर्शन

आजमगढ़. दारोगा की मौजूदगी में खड़ी फसल पर मनबढ़ों द्वारा ट्रैक्टर चलाये जाने का मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है। पीड़ित पक्ष के साथ हिंदू संगठन खड़े हो गये है। पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए संगठन के लोगों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया और पीड़ित के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलकर ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की। एसपी के आश्वासन पर लोग वापस लौटे।


पीड़ित मिथिलेश व उनके पति कृष्णमोहन उपाध्याय ने एसपी को बताया कि नवली गांव में गाटा संख्या 58 रकबा 859 कड़ी, आराजी 313 रकबा 1.880 कड़ी, आराजी न. 314 रकबा 0.060 कड़ी, आराजी न. 349 रकबा 0.050 कड़ी व आराजी न0 352 रकबा 0.175 कड़ी का विवाद संतोष कुमार पांडेय से था। 30 मई 2013 को न्यायालय अवर सिविल जज (अवर खंड) कोर्ट नम्बर 14 द्वारा न्याय करते हुए मेरे पक्ष में फैसला हुआ। चार वर्ष बाद 28 दिसम्बर 2017 को दोपहर 2 बजे विपक्षी संतोष कुमार पांडेय ने एसआई कप्तानगंज से सांठगांठ करते हुए हमारे खेत में ट्रैक्टर चलवा दिया, जिससे खड़ी फसल बर्बाद हो गयी।


मिथिलेश ने जब इसका विरोध किया तो मौके पर मौजूद एसआई कप्तानगंज ने मेरी पत्नी के साथ अभ्रदता की और उसे धक्का देकर गिरा दिया। एसआई द्वारा धक्का दिये जाने से मिथिलेश को अंदरूनी चोटें आयी है। इसके बाद जब मैं थाने पर तहरीर लेकर पहुंचा तो मुझे भी थाने में अपमानित करके भगा दिया गया।


भाजपा नेता कृपाशंकर पाठक ने कहा कि सरकार को बदनाम करने में जनपद की पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है, जो निन्दनीय है। न्यायालय के आदेश का भी पुलिस को तनिक डर नहीं रह गया है। हमारे निवेदन पर जब एसपी ने एसओ से मामले की जानकारी लिया तो एसओ ने उन्हें बताया कि भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी के दबाव में ऐसा किया गया है। पूरे प्रकरण को सगझने के बाद प्रतिनिधिमंडल से एसपी ने तीन दिन का समय लिया है। यदि उक्त अवधि में कार्रवाई नहीं होती है तो संगठन आगे आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।


हिन्दूू युवा वाहिनी के पूर्व संयोजक हरिवंश मिश्र ने कहा कि अगर तीन दिन में अगर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं किया गया तो आगे की रणनीति बनाने को विवश हो जायेंगे। प्रतिनिधिमंडल में हरिवंश सिंह, राकेश सिंह, रामसकल चैहान, शाहिद अहमद, हलधर दुबे, अरूण सिंह साधू, राजेश चैबे, विष्णुकांत चैबे, सौरभ गुप्ता, अजय सिंह, अजय मौर्या, उग्रसेन यादव, इजहार अहमद, उमेश यादव, राहुल मिश्र, सत्यम, कृष्ण मोहन, बृजेश दुबे आदि उपस्थित थे।
by Ran Vijay Singh