सिधारी थाने के शाहगढ़ निवासी 30 वर्षीय कमलेश कुमार पुत्र स्व. सुशील उर्फ दुलारे राम अपने बड़े भाई के साथ परिवार में रहता था। उसकी अभी शादी नहीं हुई थी। बड़ा भाई अरविन्द एक सप्ताह पूर्व परिवार के साथ ससुराल चला गया था। कमलेश घर में अकेले ही रह रहा था। वह शनिवार को शाहगढ बाजार में देखा गया था। घर अंदर से बंद होने पर आस-पास के लोग ध्यान नहीं दे रहे थे। सोमवार को मकान के अंदर से दुर्गंध उठने पर आस-पास के लोगों को आशंका हुई। शाम तक कमलेश का कुछ पता न चलने पर लोगों ने पुलिस को अवगत कराया। रात में पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों की मदद से घर के दरवाजे को तोड़ा गया। कमलेश का शव छत के चुल्ले से लटक रहा था। मृत चार भाई था। पूर्व में दो भाई की बीमारी से मौत हो गयी थी। वह बड़े भाई के साथ रह रहा था। घटना की जानकारी होने पर बड़ा भाई ससुराल से घर आया। उसके आने पर पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सिधारी थाने एसआई प्रभाकर शुक्ला ने बताया कि मृत युवक असाध्य बीमारी से परेशान रहता था। लाइलाज बीमारी के चलते ही उसकी शादी भी नहीं हो पा रही थी। बीमारी से तंग आकर उसने फांसी लगा कर जान दे दी। बहरहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।