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कौशांबी में सिपाही के उत्पीड़न से परेशान इंटरमीडिएट के छात्र ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट बरामद

कौशांबी जिले में सिपाही के उत्पीड़न से परेशान इंटरमीडिएट के छात्र ने खुदकुशी कर ली। छात्र ने सुसाइड नोट में सिपाही को मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए इंसाफ मांगा है। उसने सिपाही का मोबाइल नंबर लिखने के साथ ही अपने आईएएस बनने के सपने का भी जिक्र किया है।

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प्रतीकात्मक फोटो

प्रतीकात्मक फोटो

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. कौशांबी जिले में इंटरमीडिएट के छात्र ने सिपाही के उत्पीड़न से परेशान होकर फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली। छात्र के शव के पास से ही सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उसने सिपाही को मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए इंसाफ मांगा है। यही नहीं छात्र ने सुसाइड नोट में सिपाही का मोबाइल नंबर लिखने के साथ ही अपने आईएएस बनने के सपने का भी जिक्र किया है। छात्र ने लिखा है कि वह सब बर्दाश्त कर सकता है लेकिन बेइज्जती नहीं। उसने अपने माता पिता से आत्महत्या के लिए माफी भी मांगी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

कौशांबी जिले के चरवा थोक निवासी 17 वर्षीय सिद्धार्थ तीन भाइयों व चार बहनों में छोटा था। वह महगांव इंटर कॉलेज में 11वीं का छात्र था। सिद्धार्थ की तीन बहनों की शादी हो चुकी है छोटी बहन अभी पढ़ाई कर ही है। सिद्धार्थ की दोस्ती चरवा थाना में तैनात सिपाही विजय से थी। दोनों एक-दूसरे के घर और थाने आते-जाते रहते थे। मंगलवार को गांव के बाहर एक नलकूप पर पार्टी रखी गई थी, जिसमें सिद्धार्थ और सिपाही विजय शामिल थे। करीब एक बजे सिद्धार्थ को सिपाही और उसके साथियों ने घर छोड़ा। सबकुछ ठीकठाक लग रहा था।

घर पहुंचने के कुछ देर बाद शाम करीब 4.30 बजे सिद्धार्थ गोशाला में गया और साड़ी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। काफी देर तक उसका पता नहीं चला तो परिवार के लोेग उसे ढूढ़ते हुए गोशाला पहुंचे। वहां सिद्धार्थ का शव फंदे से लटकता देख वे सन्न रह गए। परिवार के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं सिद्धार्थ के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें उसने सिपाही पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।

सिद्धार्थ ने सुसाइड नोट में अपने इस कदम के लिए माफी मांगी थी। उसने लिखा था कि मम्मी-पापा माफ करना, हम सब बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन बेज्जती नहीं। बचपन से आईएएस बनने का सपना था। सिपाही विजय मेरी मौत का कारण है। मां तुम रोना नहीं, विजय से न्याय दिलाओ। सुसाइड नोट में सिद्धार्थ ने परिवार के अन्य सदस्यों से भी माफी मांगी है। इसके अलावा उसने ने सिपाही विजय का मोबाइल नंबर भी लिखा है। परिजनों ने इस मामले में सिपाही के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।