
ओमप्रकाश राजभर
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे मऊ विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ ईडी ने अब्बास को गिरफ्तार कर लिया है तो दूसरी तरफ अब्बास और मुख्तार का मंच से खुला समर्थन करने वाले सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने भी बाप-बेटे से पल्ला झाड़ लिया है। ओमप्रकाश राजभर ने तो अब्बास को अपनी पार्टी का विधायक अथवा नेता ही मामने से इनकार कर दिया और दावा किया अब्बास उनकी पार्टी के सिंबल से चुनाव जरूर लड़े लेकिन उन्हें टिकट अखिलेश यादव ने दिलाया था। वे समाजवादी पार्टी के नेता हैं।
गाजीपुर तिराहा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती युवक को देखने पहुंचे ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मऊ सदर से अब्बास अंसारी सुभासपा के सिंबल पर चुनाव जरूर लड़े लेकिन वे समाजवादी पार्टी के नेता और प्रत्याशी थे। गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने उन्हें 12 सीटें दी थी। जिनमें से एक अब्बास अंसारी का भी था । अब्बास अंसारी को पार्टी से निकालने के सवाल पर कहा कि यह हमारा काम नहीं है। यह चुनाव आयोग का काम है। बाकी समाजवादी पार्टी क्या करती है इस बारे में कुछ नहीं कहना है।
वही पार्टी के बागी नेताओं द्वारा चुनाव में पैसा लेकर टिकट बेचने के आरोप पर कहा कि सुभासपा में किसी भी प्रत्याशी से कोई पैसा नहीं लिया गया। अलबत्ता कई प्रत्याशी ऐसे थे जो बेहद गरीब थे। उन्हें पार्टी द्वारा पैसा देकर चुनाव लड़ाया गया। भारतीय जनता पार्टी से नजदीकियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा संबंध सभी दलों और उनके नेताओं से है। समय-समय पर संबंधों का निर्वहन भी किया जाता है। सुभासपा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारी में जुटी हुई है। लोकसभा चुनाव काफी रोचक होने वाला है।
Published on:
06 Nov 2022 04:39 pm
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