
विक्रांत सिंह रीशू
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. MLC election 2022 समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ जिले में बीजेपी की मुश्किल कम नहीं हो रही है। हाल में हुए विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी को यहां करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी अभी इस हार के सदमें से उबर भी नहीं पाई थी कि अब अपने ही नेता ने झटका दे दिया है। बीजेपी ने एमएलसी चुनाव में बाहुबली रमाकांत यादव के पुत्र पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को प्रत्याशी बनाया है। इससे नाराज होकर सीएम योगी के करीबी एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह रीशू ने निर्दल मैदान में उतरने का फैसला किया है।
बता देें कि आजमगढ़-मऊ एमएलसी सीट के लिए बीजेपी से विक्रांत सिंह रीशू, जयनाथ सिंह, सहजानंद राय सहित आधा दर्जन लोगों ने टिकट की दावेदारी की थी लेेकिन अंतिम समय पर पूर्व विधायक अरुणकांत यादव ने दावेदारी ठोकी और उन्हें टिकट भी मिल गया। चुंकि अरुणकांत यादव सपा विधायक बाहुबली रमाकांत यादव के पुत्र हैं। इसलिए उन्हें टिकट मिलने से पार्टी के अन्य दावेदार कहीं न कहीं नाराज है।
वहीं बीजेपी ने जातीय समीकरण साधने के लिए अरुणकांत को मैदान में उतारा है। कारण कि हाल में हुए विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ व मऊ की 14 सीटों में बीजेपी को मात्र एक सीट मिली है। बाकी की 13 सीटों पर सपा ने जीत हासिल की है। एमएलसी चुनाव में यादव मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है। बीजेपी को भरोसा है कि अरुणकांत यादव स्वजातीय मतदाताओं को साधने में सफल होंगे और सीट आसानी से निकल जाएगी।
वहीं दूूसरी तरफ पार्टी के फैसले से अंदरखाने खुलकर विरोध शुरू हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सीएम योगी के करीबी एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह रीशू ने न केवल नामाकंन कर दिया है बल्कि निर्दल चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। रीशू के मैदान में आने से सवर्ण मतदाताओं में बिखराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। कारण कि आजमगढ़ के सठियावं, जहानागंज ब्लाक और मऊ जिले में यशवंत सिंह की गहरी पैठ है। इसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ सकता है।
Published on:
22 Mar 2022 03:04 pm
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