आजमगढ़ में श्रम विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि एससी एसटी अधिनियम नया नहीं है। यह पहले से लागू है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह कमजोर होता गया। हमने इसे फिर पुराने रूप में लागू करने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की मंशा है कि दलितों का जो बड़े पैमाने पर उत्पीड़न और उनकी बहन बेटियों का शोषण होता है उनके घरो में आग लगा दी जाती है, महिलाओं के साथ बलात्कार होता है उस पर विराम लगे और दलित भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें। सवर्ण समाज ने सरकार के फैसले का खुले मन से स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो दलितों का उत्पीड़न अपना जन्म सिद्ध अधिकार मानते हैं, उनकी बहन बेटियों पर बुरी नजर रखना अपनी बहादुरी और झोपड़ियों में आग लगाना शान समझते हैं वही लोग एक्ट का विरोध कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में यूपी में महागठबंधन के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह गठबंधन चुनाव से पहले ही ध्वस्त हो जाएगा। इनका न तो कोई साझा कार्यक्रम है और ना ही यह मुद्दों पर आधारित है। जो गठबंधन मुद्दों पर आधारित नहीं होता उसका कोई भविष्य नहीं होता। इस गठबंधन का भी कोई भविष्य नहीं है ये चुनाव से पहले सूखे पत्ते की तरह झड़कर तितर-बितर हो जाएगा।
By Ran Vijay Singh