
आजमगढ़ बीएसए ऑफिस
आजमगढ़. जिनके ऊपर नौनिहालों के जीवनस्तर सुधारने व समाज को नई दिशा देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह जिला मुख्यालय पर चक्कर लगा रहे हैं। इस तरह के तमाम मामले प्रतिदिन देखने को मिलते हैं। तमाम विद्यालयों में तैनात परिषदीय शिक्षक शिक्षण कार्य कम राजनीति में ज्यादा मशगूल हैं। सोमवार को भी स्कूल पढ़ाने की जगह शिक्षक बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर घूम रहा था। इस पर बीएसए की नजर उस पड़ गई और उन्होंने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया। इसके अलावा अनुशासनहीनता व शिक्षण कार्यों में रुचि न लेने पर एक और शिक्षिका को निलंबित कर दिया है।
मामला तहबरपुर विकास खंड के टीकापुर प्राथमिक विद्यालय का है। यहां पर तैनात सहायक अध्यापक दिनेश कुमार यादव सोमवार को स्कूल पर पढ़ाने नहीं गए थे। वह बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर घूम रहे थे। इस पर बीएसए की नजर उन पर पड़ गई और उन्होंने पूछ लिया। इस पर वह तर्कसंगत जवाब नहीं दे सके। इस पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से उन्हे निलंबित कर दिया। बीएसए का कहना है कि इसके पूर्व 15 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी तहबरपुर ने विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया था। उस दौरान भी दिनेश अनुपस्थित थे। निलंबन के बाद इन्हें तहबरपुर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी है। यह पन्द्रह दिन के अंदर जांच आख्या बीएसए को उपलब्ध कराएंगे। इसी प्रकार बीते दिनों प्राथमिक विद्यालय मुंडा के निरीक्षण के दौरान 108 बच्चों के सापेक्ष मात्र 10 बच्चे उपस्थित पाए गए। इसके अलावा एमडीएम में अधिक संख्या दिखाकर अनियमितता की शिकायत मिली। पठन-पाठन निम्न स्तर पर पाया गया। इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सहायक अध्यापक विनीता सिंह को निलंबित कर दिया है। बीएसए ने कहा कि शिक्षक राजनीति कम करें तथा बच्चों को पढ़ाने में ज्यादा ध्यान दें। इनकी भी जांच खंड शिक्षा अधिकारी पल्हनी करेंगे। इनकी रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करेंगे।
By Ran Vijay Singh
Published on:
25 Dec 2018 09:41 am
बड़ी खबरें
View Allआजमगढ़
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
