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स्कूलों में अगले सप्ताह से फिर सुनाई देगी घंटी

-विद्यार्थियों को करना पड़ सकता हैं भीषण गर्मी का सामना, जिले की 1200 से अधिक स्कूलों में नहीं हैं विद्युत कनेक्शन-पुराने भवनों में कक्षाएं लगाने की मजबूरी, तीन वर्ष पूर्व भेजे थे 82 भवनों के प्रस्ताव, मात्र 2 को मिली थी स्वीकृति

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Bells will be heard in government and private schools from next week

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Online News : Vishal yadav...

बड़वानी। सरकारी व निजी स्कूलों में अगले सप्ताह से फिर घंटी सुनाई देगी। स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए स्कूलों के लिए नवीन शिक्षा सत्र 2024-25 में नामांकन एवं पुनभ्र्यास संबंधी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। पहले एक माह तक विद्यार्थियों को बुनियादी शिक्षा के लिए पुनभ्र्यास कराया जाएगा। इसके बाद जून में जब स्कूल खुलेंगे तो नई कक्षा की पढ़ाई शुरू होगी।
वहीं वर्तमान में तापमान का पारा 40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है। इससे भीषण गर्मी से जनजीवन झुलसने लगा है। ऐेसे में अप्रैल में नए सत्र के दौरान विशेषकर ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। इसका कारण जिले में 1200 स्कूलों में बिजली का अभाव है। वहीं जिला पहाड़ी अंचल के बीच बसा होने से यहां सर्वाधिक गर्मी बरसती है। वहीं स्कूलों में पेयजल तक की सुविधा नहीं होती। बता दें कि जिले में 82 स्कूल भवन खंडहर में तब्दील होने पर तीन वर्ष पूर्व प्राक्कलन उच्च स्तर पर भेजा गया था। हालांकि इसमें मात्र 2 स्कूल भवन की स्वीकृति मिली थी। जानकारी के अनुसार डीपीसी कार्यालय से उक्त खस्ताहाल भवनों की जगह नए निर्माण को लेकर उच्च स्तर पर प्रस्ताव भेजे गए हैं, लेकिन इन पर मंजूरी नहीं मिल पा रही है। इससे इन भवनों में आगे कक्षाएं लगाना संभव नहीं है। इसकी जगह विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। जिले में 3042 स्कूल भवन हैं। इनमें से 80 भवन ऐसे है, जो पूरी तरह खंडहर हो चुके हैं। इनका स्टोर रूम के रूप में भी उपयोग नहीं हो रहा है।
शैक्षणिक गतिविधियों का कैलेंडर जारी
1 अप्रैल से लगने वाले नए सत्र मेंविद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। हर माह के लिए शैक्षणिक गतिविधियों का कैलेंडर जारी किया गया है। कक्षा 2 व 3 में क्रमश: 1 व 2 के 10वें, 20वें एवं 30वें सप्ताह के टे्रकर के आधार पर बच्चों द्वारा जिन दक्षताओं में सीखना शेष रह गया है। उनको चिह्निांकित कर छूटी दक्षताओं को पूर्ण कराया जाएगा। कक्षा 4 से 8 में कक्षोन्नत विद्यार्थियों की पूर्व कक्षा के प्रश्र पत्रों को हल कराते हुए वार्षिक परीक्षाओं की मूल्याकित उत्तर पुस्तिकाओं का विश्लेषण निर्धारित संलग्न स्तर को चिह्निांकित कर विद्यार्थियों की छूटी हुई दक्षताओं के पुर्नभ्यास कराया जाएगा। वहीं निर्देश दिए हैं कि राज्य द्वारा प्रदाय की जा रही प्रयास अभ्यास पुस्तिका को 15 अप्रैल तक प्रत्येक विद्यार्थी को वितरण अनिवार्यत: किया जाए।
74 स्कूलों में बिजली की स्वीकृति
जिले में 74 स्कूलों में बिजली सुविधा की स्वीकृति मिली है। इससे विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। हालांकि 1255 स्कूल अभी शेष हैं, जिनमें यह सुविधा नहीं है। वहीं पूर्व में 82 क्षतिग्रस्त स्कूलों के नए निर्माण की डिमांड एनएचआरडी भोपाल को भेजी गई थी। उसमें से मात्र 2 को स्वीकृति मिली। 80 स्कूल भवन के प्रस्ताव को स्वीकृति का इंतजार है।
-रजनीश राव, सहायक यंत्री, डीपीसी कार्यालय, बड़वानी