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अब पड़ेगी कड़ाके की ठंड, चलने लगी ठंडी हवाएं

-स्वास्थ्य विभाग ने जारी की शीतलहर से बचाव की एडवाइजारी, तीन दिन में अधिकतम 4, तो न्यूनतम पारा 3 डिग्री लुढक़ा

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 Cold wave protection advisory issued

Cold wave protection advisory issued

बड़वानी। गर्म मिजाज के लिए प्रदेशभर में मशहूर बड़वानी जिला अब शीतलहर के आगोश में समाने लगा हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते आसमान में छा रहे बादल अब साफ होने लगे हैं। बुधवार को पूरा दिन आसमान साफ रहा और धूप खिली। इससे अब जल्द ही शीतलहर का प्रकोप शुरू होने का अनुमान हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया हैं। मौसम बदलाव के चलते अस्पताल में सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले बढऩे लगी हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम इकाई के अनुसार 5 दिसंबर को दिन का पारा 28.8 डिग्री था, जो 7 दिसंबर को 24.8 पर पहुंचा, तो न्यूनतम पारा भी तीन दिन में 20 से लुढकक़र 17.9 डिग्री रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी एक-दो दिन में शीतलहर चलने से कड़ाके की ठंड पडऩे का अनुमान हैं। वहीं मौसम परिवर्तन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जनजीवन को स्वास्थ्य का ध्यान रखने और ठंड से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की हैं और विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उधर मौसम में नमी समाते ही जिले में रबी सीजन की बोवनी में तेजी आने लगी हैं। लक्ष्य के मुकाबले आधे से अधिक रकबे में बोवनी हो चुकी हैं। गत दिनों हुई बारिश से खेतों में नमी का फायदा गेहूं-चने की फसल को मिल रहा हैं।

इमरजेंसी वस्तुएं संग्रहित रखे
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक ने जारी आदेश में आमजन से आह्वान किया हैं कि स्थानीय मौसम पूर्वानुमान के लिए रेडियो, टीवी और समाचार पत्र जैसे माध्यम जानकारी अनुसरण करते रहे। पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े रखे। आपातकालीन समय के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थ, पानी, ईंधन, बैटरी, चार्जर, इमरजेंसी लाईट की व्यवस्था रखे। वहीं आशाओं को निर्देशित किया हैं वो शीतलहर से बचने के उपायों से आमजन को अवगत कराएं। साथ ही जनसामान्य में इसका प्रचार.प्रसार करें।

स्वास्थ्य तकलीफ होने पर चिकित्सक से मिले
शीतलहर के दौरान आमजन आवश्यक दवाईयां तैयार रखें। शीतलहर के समय विभिन्न प्रकार की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। जैसे फ्लू चलनाए सर्दीए खांसी एवं जुकाम आदि का लक्षण हो जाने पर स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं या चिकित्सक से संपर्क करें। नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहे। अल्पतावस्था के लक्षण जैसे सामान्य से कम शरीर का तापमान, न रूकने वाले कंपकंपी, याददाश्त चले जाना, बेहोशी या मूर्छा की अवस्था हो जाना, जुबान का लडखड़़ाना आदि प्रकट होने पर उचित इलाज किया जाए।

इस तरह करें शीतलहर से बचाव
-पर्याप्त मात्रा में गर्भ कपड़े के दस्ताने, टोपी, मफलर और जूते आदि पहने
-चुस्त कपड़ों की बजाय हल्के ढीले-ढाले और सूती कपड़े बाहर व ऊनी वस्त्र अंदर पहने
-अतिआवश्यक होने पर घर से बाहर निकले
-कोविड-19 और अन्य श्वसन संक्रमणा से बचने के लिएए मास्क पहने
-पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त भोजन, फल व हरी सब्जियों का सेवन करे
-6 वर्ष तक बच्चे और 64 वर्ष से अधिक के वृद्धों व गर्भवती माताओं की विशेष देखभाल करें
-साथ ही पालतू जानवरों को घर के अंदर रखे
-लंबे समय तक ठंड के संपर्क में नहीं रहे, इससे त्वचा कठोर व सुन्न हो सकती हैं

तीन दिन में ऐसा रहा तापमान
दिनांक- अधिकतम- न्यूनतम
5 दिसंबर- 28.8 20.3
6 दिसंबर- 24.5- 18.7
7 दिसंबर- 24.8- 17.9

एक्सपर्ट व्यू
पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका हैं। आसमान साफ होने पर ठंड का असर बढ़ेगा। ठंडी हवाएं चलेगी। दिन के तापमान में कुछ बढ़ोतरी, तो रात्रि के तापमान में तेजी से गिरावट जाएगी।
-रवींद्र सिकरवार(मौसम इकाई प्रभारी)

मिशन संचालक से शीतलहर की एडवाइजरी प्राप्त हुई है। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जिले में इसका पालन करवाएंगे। जिला अस्पताल सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर समुचित व्यवस्थाएं हैं। ्र्रशीतलहर या मौसमी संक्रमण की चपेट में आए व्यक्ति को अस्पताल-स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक को दिखाए और परामर्श व उपचार लें। आमजन एडवाइजरी का पालन कर अपना बचाव करें।
-डॉॅ. सुरेखा जमरे (सीएमएचओ)