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अंतिम पढ़ाव पर रमजान, आज रातभर जागकर करेंगे खुदा की इबादत

बोहरा समाज के 26, मुस्लिम समाज के 25 रोजे पूर्ण, दो वर्ष बाद अदा करेंगे ईद की सामूहिक नमाज

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बड़वानी. रहमतों का पवित्र महीना रमजान अब अपने अंतिम पढ़ाव पर पहुंच गया है। तीन अप्रैल से पहले रोजे से लेकर अब तक मुस्लिम व बोहरा समाजजन रोजे रखकर इबादतों में मशगूल है। रमजान के अंतिम अशरे के साथ समाज जन ईद की तैयारियां करने लगे है। गुरुवार को 26 वां रोजा पूर्ण कर मुस्लिमजन रातभर जागकर नमाज, कुरान की तिलावत व इबादतें करेंगे। वहीं शुक्रवार को जुमातुल विदा की विशेष नमाज अदा करेंगे।
बता दें कि बुधवार को बोहरा समाज के 26 और मुस्लिम समाज के 25 रोजे पूर्ण हुए। भीषण गर्मी के बावजूद छोटे बच्चों से लेकर वयोवृद्ध बुजुर्ग समाजजन दिनभर भूख-प्यास को नजरअंदाज कर खुदा की इबादतों में मशगूल है। रमजान के अंतिम पढ़ाव के साथ ही समाजजन ईद की तैयारियां करने लगे है। बाजारों में कपड़े सहित अन्य आवश्यक सामग्री की खरीदी करते लोग नजर आ रहे है। वहीं ईद पर्व के मद्देजर अन्य तैयारियां भी जारी हो गई है। कोरोना काल के दो वर्ष बाद इस बार समाजजन सामूहिक रुप से ईद की नमाज अदा कर सकेंगे।
विद्युत सज्जा से जगमगाने लगी मस्जिदें
रमजान के अंतर्गत गुरुवार रात्रि शब ए कद्र मनाई जाएगी। इस दौरान शाम के समय घरों पर समाजजन दुरुद पेश कर अपने पूर्वजों की मगफिरत की दुआएं करेंगे। सायंकाल लोग कब्रस्तानों पर पहुंचकर दरुद पढ़ेंगे। वहीं रमजान के पहले रोजे की पूर्व रात्रि से जारी तरावीह की विशेष नमाज में गुरुवार को कुरान की तिलावत मुक्कमल होगी। इसके बाद रातभर समाज के पुरुष व युवा-बच्चे मस्जिदों में और महिलाएं घरों पर जागकर नमाज व इबादतें करेंगे। वहीं शुक्रवार को रमजान माह के अंतिम जुमा पर जुमातुल विदा की नमाज अदा की जाएगी।
मस्जिदों में एतकाफ की इबादत जारी
रमजान के अंतिम अशरे की शुरुआत से 20 वें रोजे की शाम से शहर की सभी मस्जिदों में कई समाजजन एतकाफ की इबादत पर मशगूल है। दुनियावी कामकाज छोड़कर रोजे-तिलावत के साथ पांचों वक्त की नमाज मस्जिद में ही अदा कर रहे है। यह लोग ईद की चांद दिखाई देने पर ही मस्जिदों से बाहर निकलकर अपने घरों पर रवाना होंगे।