Gurmeet Ram Rahim Singh furlough: रेप और हत्या के केस में हरियाणा की रोहतक जेल में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को मिली 21 दिनों के फरलो की अवधि समाप्त हो गई है। लग्जरी गाड़ियों के साथ राम रहीम बरनावा आश्रम से सुनारिया जेल के लिए रवाना हुआ।
बता दें कि गुरमीत राम रहीम 21 नवंबर को रोहतक की सुनारिया जेल से बागपत के बरनावा आश्रम में पहुंचा था। 21 दिनों तक डेरा प्रमुख यूपी के बरनावा आश्रम में ही अपने परिवार ओर मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के साथ रहा था। जब राम रहीम को मिली फरलो की अवधि समाप्त हो गई है तो वह आज दोपहर को करीब 2 बजे बरनावा आश्रम से रवाना हो गया। देर शाम तक वह सरेंडर कर देगा।
अब तक आठ बार मिल चुकी है आजादी
2017 में सजा सुनाए जाने के बाद से गुरमीत राम रहीम अब तक कुल 8 बार जेल से बाहर आ चुका है। अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप के आरोप में 20 साल और हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है।यानी राम रहीम को अबतक आठ बार राहत मिल चुकी है।
क्या होती है फरलो?
फरलो एक तरह से छुट्टी की तरह होती है, जिसमें कैदी को कुछ दिन के लिए रिहा किया जाता है। फरलो आमतौर पर उस कैदी को मिलती है, जिसे लंबे वक्त के लिए सजा मिली हो। फरलो की अवधि को कैदी की सजा में छूट और उसके अधिकार के तौर पर देखा जाता है। फरलो सिर्फ सजा पा चुके कैदी को ही मिलती है। इसका मकसद होता है कि कैदी अपने परिवार और समाज के लोगों से मिल सके. जेल राज्य का विषय है, ऐसे में हर राज्य में फरलो को लेकर अलग-अलग नियम है। यूपी में फरलो का प्रावधान नहीं है, लेकिन हरियाणा में ये प्रावधान है इसलिए हरियाणा सरकार की सिफारिश पर राम रहीम को ऐसी राहत मिल जाती है।